जिला पदाधिकारी ने किया बरनार जलाशय योजना स्थल का निरीक्षण
🔻बिहार के पहले कंक्रीट डैम से जमुई के चार प्रखंडों को मिलेगी सिंचाई की सौगात।
ज्ञात हो कि माननीय मुख्यमंत्री, बिहार द्वारा दिनांक 07 फरवरी 2025 को प्रगति यात्रा के दौरान इस योजना की गहन समीक्षा की गई थी, जिसमें जिला पदाधिकारी, जमुई की उपस्थिति में नवीन डी.पी.आर. तैयार करने की घोषणा की गई थी। इसके पश्चात दिनांक 25 फरवरी 2025 को योजना को राज्य कैबिनेट से स्वीकृति मिली एवं जल संसाधन विभाग के पत्रांक 393 दिनांक 27.02.2025 द्वारा ₹2579.3785 करोड़ की प्रशासनिक स्वीकृति प्रदान की गई।
बिहार का पहला कंक्रीट डैम बनेगा बरनार जलाशय :
बरनार जलाशय योजना के तहत बनने वाला यह डैम बिहार का पहला कंक्रीट डैम होगा, जिसकी लंबाई लगभग 285 मीटर एवं ऊँचाई 74 मीटर निर्धारित की गई है। इससे सोनो, झाझा, गिद्धौर एवं खैरा जैसे चार सूखाग्रस्त प्रखंडों के लगभग 22,000 हेक्टेयर भूमि में सिंचाई की सुविधा उपलब्ध होगी।
योजना की विशिष्टता यह है कि डैम से निकलने वाला जल पूर्व से निर्मित दाएं एवं बाएं मुख्य नहरों के माध्यम से "बिहार भूमिगत पाइपलाइन नियम 2011" के तहत पाइपलाइन द्वारा सीधे किसानों के खेतों तक पहुँचाया जाएगा। यह तकनीक बिहार में पहली बार अपनाई जा रही है और इसे हरित क्रांति की दिशा में एक ऐतिहासिक कदम माना जा रहा है।
लंबित योजना को मिला नया जीवन :
गौरतलब है कि यह परियोजना मूलतः वर्ष 1976 में प्रारंभ की गई थी। 1988 में मे. गैमन इंडिया को डैम निर्माण का कार्य आवंटित भी किया गया था, किंतु वन भूमि अपयोजन की कार्रवाई लंबित रहने और अन्य प्रशासनिक कारणों से वर्ष 1991 में यह योजना ठप हो गई थी। अब सरकार की नई पहल और प्रतिबद्धता से यह अतिमहत्त्वाकांक्षी योजना पुनर्जीवित हो रही है, जो जमुई जिले के किसानों के लिए एक बड़ी उपलब्धि होगी।
निरीक्षण के दौरान जिला पदाधिकारी के साथ अपर समाहर्ता (राजस्व), अनुमंडल पदाधिकारी, विशेष कार्य पदाधिकारी समेत अन्य संबंधित अधिकारी उपस्थित थे।
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