अलीगंज में सरकारी डिग्री कॉलेज का अभाव, उच्च शिक्षा के लिए भटकते हैं छात्र-छात्राएं
अलीगंज : जमुई जिले के अलीगंज प्रखंड की लगभग 1.5 लाख की आबादी आज भी सरकारी डिग्री कॉलेज जैसी बुनियादी सुविधा से वंचित है। इस प्रखंड के छात्र-छात्राओं को स्नातक और स्नातकोत्तर की पढ़ाई के लिए 33 से 35 किलोमीटर दूर जिला मुख्यालय या सिकंदरा जैसे इलाकों का रुख करना पड़ता है।
शैक्षणिक अधर में लटका अलीगंज :
पूरे अलीगंज प्रखंड में एक भी सरकारी डिग्री कॉलेज नहीं है। यह स्थिति खासकर कोदवरिया, इस्लामनगर, पुरसंडा समेत 13 पंचायतों के लगभग 30 गांवों के विद्यार्थियों के लिए परेशानी का सबब बन चुकी है।
इंटर तक की पढ़ाई पूरी करने के बाद यहां के विद्यार्थियों के सामने बड़ी चुनौती खड़ी हो जाती है या तो शिक्षा के लिए लंबी दूरी तय करो, या पढ़ाई छोड़ दो।
छात्रों का सपना अधूरा :
स्थानीय युवाओं और अभिभावकों का कहना है कि आर्थिक रूप से कमजोर परिवारों के बच्चों को बाहर पढ़ाई के लिए भेजना मुश्किल होता है। नतीजतन, कई होनहार विद्यार्थी आधी पढ़ाई में ही शिक्षा छोड़ने को मजबूर हो जाते हैं।
कई बार उठी मांग, अब भी सिर्फ आश्वासन
ग्रामीणों और प्रखंडवासियों ने कई बार अपने विधायक, सांसद और स्नातक क्षेत्र के जनप्रतिनिधियों के समक्ष अलीगंज में डिग्री कॉलेज की मांग रखी है।
लेकिन आज़ादी के 75 वर्षों के बाद भी यह मांग फाइलों और मंचीय घोषणाओं में ही सीमित रह गई है।
जनता में आक्रोश :
स्थानीय लोग अब प्रतिनिधियों से नाराज़ हैं। उनका कहना है कि जब तक डिग्री कॉलेज की स्थापना नहीं होती, तब तक यहां की युवा पीढ़ी को लगातार शैक्षणिक नुकसान झेलना पड़ेगा।
स्थानीय शिक्षक का कहना है कि के"अगर अलीगंज में डिग्री कॉलेज होता, तो सैकड़ों छात्र-छात्राएं आज उच्च शिक्षा प्राप्त कर अपने क्षेत्र, जिले और राज्य का नाम रोशन कर रहे होते। यह सिर्फ शिक्षा नहीं, पूरे क्षेत्र के विकास का मामला है। "सिटी चैनल जमुई के माध्यम से प्रखंडवासियों ने सरकार से मांग की है कि अलीगंज में जल्द से जल्द एक सरकारी डिग्री कॉलेज की स्थापना की जाए ताकि भविष्य की पीढ़ी को बेहतर शिक्षा का अवसर मिल सके।
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