गोरखनाथ मंदिर में अंतरराष्ट्रीय योग दिवस पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने किया सामूहिक योगाभ्यास - City Channel

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Saturday, June 21, 2025

गोरखनाथ मंदिर में अंतरराष्ट्रीय योग दिवस पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने किया सामूहिक योगाभ्यास

गोरखनाथ मंदिर में अंतरराष्ट्रीय योग दिवस पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने किया सामूहिक योगाभ्यास

🔻“गौरव की अनुभूति है कि आज दुनिया योग से जुड़ रही है” – सीएम योगी

सिटी स्टेट ब्यूरो उत्तरप्रदेश : राजीव शर्मा/अशोक कुमार

गोरखपुर : अंतरराष्ट्रीय योग दिवस के अवसर पर उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शनिवार सुबह गोरखनाथ मंदिर परिसर में आयोजित सामूहिक योगाभ्यास कार्यक्रम में भाग लिया। कार्यक्रम की शुरुआत सुबह 6 बजे हुई, जिसमें सीएम योगी ने पहली पंक्ति में आकर योग के विविध आसनों का अभ्यास किया। इस दौरान उनकी फिटनेस और एकाग्रता विशेष रूप से लोगों का ध्यान आकर्षित कर गई।

गोरखनाथ मंदिर के महंत दिग्विजयनाथ स्मृति भवन सभागार में सुबह-सुबह ही योग साधक बड़ी संख्या में जुट गए थे। कार्यक्रम में सांसद रवि किशन शुक्ला, जल शक्ति मंत्री स्वतंत्र देव सिंह, और अन्य गणमान्यजन भी उपस्थित रहे।

योग सत्र के बाद आयोजित सभा को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि अंतरराष्ट्रीय योग दिवस अब वैश्विक जन-आंदोलन बन चुका है। उन्होंने कहा, “आज पूरी दुनिया योग की प्रक्रिया से जुड़ चुकी है और भारत की इस प्राचीन विरासत पर गौरव की अनुभूति कर रही है। योग का उद्देश्य है — ‘एक पृथ्वी, एक स्वास्थ्य’। यह संपूर्ण मानवता के कल्याण का मार्ग है।”

मुख्यमंत्री ने बताया कि गोरखनाथ मंदिर स्थित योग भवन के साधना केंद्र में वर्ष 1982 से निरंतर योग कक्षाएं संचालित हो रही हैं, जिससे हजारों लोगों ने शारीरिक, मानसिक और आत्मिक रूप से विकास किया है। उन्होंने गुरु परंपरा का स्मरण करते हुए कहा कि “गुरु गोरखनाथ ने हठयोग के सिद्धांत दिए, जिससे शरीर, आचरण, व्यवहार और जीवन की शुद्धि का मार्ग प्रशस्त हुआ।”

सीएम योगी ने बताया कि महंत दिग्विजयनाथ जी ने योग को आमजन तक पहुंचाने का कार्य प्रारंभ किया, जिसे उनके शिष्य ब्रह्मलीन महंत अवेद्यनाथ ने आगे बढ़ाया। उन्होंने 1982 में मंदिर परिसर में योग संस्थान की स्थापना की, जो आज भी सक्रिय है और कई योग प्रशिक्षक यहां से प्रशिक्षण लेकर देश-विदेश में योग प्रसार का कार्य कर रहे हैं।

इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने जनता से आह्वान किया कि वे योग को अपने जीवन का हिस्सा बनाएं और इस आध्यात्मिक व वैज्ञानिक विधा के माध्यम से स्वयं को सशक्त और संतुलित बनाएं।

गोरखनाथ मंदिर परिसर में आयोजित यह योग दिवस कार्यक्रम न केवल परंपरा और साधना का प्रतीक था, बल्कि भारतीय सांस्कृतिक विरासत और वैश्विक स्वास्थ्य आंदोलन का जीवंत उदाहरण भी बना।

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