महिला संवाद में समस्या से समाधान तक हो रही हैं बातें
🔹संवाद कार्यक्रम ने गाँव-गाँव में जागरूकता, उम्मीद और समाधान का दिखाया नया रास्ता।
सिटी ब्यूरो रिपोर्ट : राजीव रंजन/राकेश कुमार
जमुई : ग्रामीण विकास विभाग द्वारा संचालित महिला संवाद कार्यक्रम ने गाँव-गाँव में जागरूकता, उम्मीद और समाधान का नया रास्ता दिखाया है। जमुई जिले में यह संवाद कार्यक्रम अब अपने अंतिम चरण में पहुँच चुका है, लेकिन इसका प्रभाव और महिलाओं की भागीदारी से गाँव-गाँव में जश्न का माहौल बन चुका है। 18 अप्रैल से शुरू हुआ यह कार्यक्रम अब तक 1177 ग्राम संगठनों में आयोजित हो चुका है, जिसमें 28 हजार से अधिक महिलाएं अपनी आकांक्षाएं और समस्याएं साझा कर चुकी हैं। प्रतिदिन 22 गाँवों में संवाद हो रहा है, जिसमें लगभग पांच हजार महिलाएं अपनी भागीदारी दे रही हैं। खास बात यह है कि स्कूल और कॉलेज की छात्राएं भी गर्मी की छुट्टियों में पूरे उत्साह से इस कार्यक्रम में भाग ले रही हैं।
संवाद कार्यक्रम के 54वें दिन मंगलवार को झाझा प्रखंड के सिमुलतला में महिलाओं ने सामूहिक रूप से प्रखंड स्तर पर कॉलेज की मांग की है, ताकि यहाँ की बच्चियों को इंटर तक पढ़ाई करने में कोई कठिनाई न हो। इसी कार्यक्रम में खुरंडा पंचायत के गणपती जीविका महिला ग्राम संगठन द्वारा आयोजित संवाद में स्नातक की छात्रा निशु ने "शिक्षा और स्वास्थ्य" को मानव जीवन की मूल आवश्यकता बताते हुए इस क्षेत्र में कॉलेज, लाइब्रेरी, प्रयोगशाला और अस्पताल बनाने की इच्छा जताई। निशु ने कहा कि, "सरकार बहुत कुछ कर रही है हमारे लिए, लेकिन समाज में बदलाव लाने के लिए हमें सभी को एकजुट होकर कदम बढ़ाना होगा।" निशु कुमारी को बिहार सरकार की कई योजनाओं का लाभ मिल चुका है, जैसे पोशाक राशि, साइकिल योजना और छात्रवृत्ति।
निशु की तरह, आरती, रिमझिम, लक्ष्मी और अन्य महिलाओं ने बाल विवाह के खिलाफ अभियान चलाने की अपील की, ताकि स्कूल छोड़ रही किशोरियां जागरूक हो सकें। इसी कार्यक्रम में बबिता देवी, कंचन देवी, प्रियंका भारती, रीमा देवी समेत अन्य महिलाओं ने खुरंडा पंचायत के स्वास्थ्य उपकेंद्र के बार-बार बंद रहने का मुद्दा उठाया। महिलाओं ने इस केंद्र को 24 घंटे खुला रखने की मांग की, ताकि मरीजों को कठिनाई का सामना न करना पड़े। इसके साथ ही इस इलाके में एक एम्बुलेंस की सुविधा देने की भी मांग की, ताकि गंभीर मरीजों और गर्भवती महिलाओं को समय पर अस्पताल पहुँचाया जा सके।
लक्ष्मीपुर प्रखंड के दिग्घी पंचायत के सुखासन ग्राम में महिलाओं ने कृषि उत्पाद विपणन केंद्र और स्टोरेज यूनिट की मांग की, जिससे किसानों को बाजार मूल्य पर बीज, कीटनाशक व अन्य कृषि संबंधित सामग्री आसानी से मिल सके। इसके अलावा सुखासन गाँव में प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र खोलने की भी महिलाओं ने माँग की।
खैरा प्रखंड के दाबिल में सर्वेश्वरनाथ ग्राम संगठन ने जीविका दीदियों के लिए ई-रिक्शा उपलब्ध कराने की इच्छा व्यक्त की।
चकाई के डढवा पंचायत में विकास ग्राम संगठन की महिलाओं ने सामूहिक रूप से चकाई से जसीडीह रेलवे लाइन के निर्माण की अपील की।
कार्यक्रम में मुख्यमंत्री संदेश पत्र, योजनाओं के लीफलेट वितरित किए गए और एलईडी युक्त वाहन से योजनाओं पर आधारित 45 मिनट की फिल्म भी महिलाओं को दिखाई गई।
यह महिला संवाद कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य महिलाओं को सरकार द्वारा संचालित योजनाओं की जानकारी देना और उनके गांवों या टोलों की समस्याओं को प्राथमिकता के आधार पर चिन्हित करना है। यह कार्यक्रम जिले में 18 अप्रैल से जारी है और 14 जून को समाप्त होगा।
No comments:
Post a Comment