मंत्री की बैठक में गैरहाजिर रहना पड़ा भारी, बिहार के 52 राजस्व अधिकारियों को कारण बताओ नोटिस
🔻अनुशासनहीनता पर सख्त मंत्री संजय सरावगी, विभाग में मचा हड़कंप।
पटना : बिहार के राजस्व एवं भूमि सुधार विभाग में प्रशासनिक अनुशासन को लेकर मंत्री संजय सरावगी ने सख्त रुख अपनाते हुए बैठक से अनुपस्थित रहने वाले 52 राजस्व सेवा अधिकारियों को कारण बताओ नोटिस जारी कर दिया है। विभागीय समीक्षा बैठक में लापरवाही बरतने वाले अधिकारियों में 5 अपर समाहर्ता, 15 डीसीएलआर और 32 सीओ शामिल हैं।
मंत्री संजय सरावगी ने 7 और 8 मई को दो चरणों में विभागीय कार्यों की प्रमंडलीय समीक्षा बैठक आयोजित की थी, जिसमें उक्त अधिकारी बिना पूर्व सूचना के अनुपस्थित रहे। इस कार्रवाई के बाद विभागीय गलियारों में हड़कंप मच गया है।
मंत्री का सख्त संदेश :
मंत्री सरावगी ने कहा, "प्रशासनिक अनुशासनहीनता किसी कीमत पर बर्दाश्त नहीं की जाएगी। विभागीय कार्यों की समीक्षा में अनुपस्थित रहना सेवा शर्तों के खिलाफ है और इससे आम जनता को मिलने वाली सेवाओं पर प्रतिकूल असर पड़ता है।" उन्होंने स्पष्ट किया कि संतोषजनक जवाब न मिलने पर कठोर कार्रवाई की जाएगी।
जिन अधिकारियों को नोटिस जारी हुआ, उनमें ये अंचलाधिकारी शामिल हैं:
पटना सिटी, विक्रमगंज (रोहतास), गायघाट (मुजफ्फरपुर), वैशाली, चेहरा कला (वैशाली), अरेराज, पहाड़पुर, संग्रामपुर (पूर्वी चंपारण), खरीक (भागलपुर), बरहट एवं बेलहर (बांका), पूर्णिया पूर्वी, डगरूआ (पूर्णिया), पलासी, सिकटी, नरपतगंज (अररिया), दंड खोड़ा, फलका, हसनगंज, कोड़ा, कदवा (कटिहार), जाले, बेनीपुर (दरभंगा), बेलागंज (गया), मखदुमपुर (जहानाबाद), दिघवारा, बड़हरिया (सारण), मंझा (गोपालगंज), बलिया (बेगूसराय), बरहट (जमुई), बरबीघा, घाट कुशुम्भा (शेखपुरा), पीरो (भोजपुर)।
डीसीएलआर और अपर समाहर्ता की सूची में भी नाम शामिल
बिहारशरीफ, राजगीर, हिलसा, औरंगाबाद, दाउदनगर, बेगूसराय, मंझौल, बखरी, पूर्णिया सदर, बनमनखी, धमदाहा, मनिहारी, मधेपुरा और उदाकिशुनगंज के डीसीएलआर को नोटिस भेजा गया है। इसके अलावा नालंदा, गोपालगंज, अररिया, बक्सर और पूर्वी चंपारण के अपर समाहर्ताओं को भी कारण बताओ नोटिस जारी हुआ है।
अंचल कार्यालयों की जारी हो रही रैंकिंग:
राजस्व एवं भूमि सुधार विभाग द्वारा हर महीने कार्यों की समीक्षा कर राज्य के 534 अंचल कार्यालयों की रैंकिंग जारी की जा रही है। यह रैंकिंग परिमार्जन प्लस, म्यूटेशन, अभियान बसेरा-2, आधार सीडिंग आदि मापदंडों पर आधारित होती है।
मई माह की रैंकिंग में शीर्ष 10 अंचल कार्यालय:
फुल्लीडुमर (बांका), हसपुरा (औरंगाबाद), खोदबंदपुर (बेगूसराय), पारू (मुजफ्फरपुर), डुमरिया (गया), लक्ष्मीपुर (जमुई), बांका सदर (बांका), कल्याणपुर (समस्तीपुर), चक्की (बक्सर), अधौरा (कैमूर)।
मंत्री संजय सरावगी ने कहा:
"हर अधिकारी को यह समझना होगा कि सरकार की योजनाओं और सेवाओं का लाभ जनता तक समय पर और प्रभावी रूप में पहुँचना चाहिए। हम प्रशासनिक व्यवस्था को जवाबदेह और पारदर्शी बनाने के लिए लगातार प्रयास कर रहे हैं।"
No comments:
Post a Comment