वक्फ संशोधन कानून के खिलाफ जमुई में भाकपा माले और इंसाफ मंच का धरना, कहा – मुस्लिम समुदाय की धार्मिक स्वतंत्रता पर हमला
सिटी ब्यूरो रिपोर्ट : राजीव रंजन/राकेश कुमार
जमुई : वक्फ संशोधन कानून के विरोध में भाकपा माले और इंसाफ मंच के संयुक्त आह्वान पर शुक्रवार को जमुई कचहरी चौक स्थित बाबा साहेब अंबेडकर की प्रतिमा के समक्ष राज्यव्यापी कार्यक्रम के तहत धरना दिया गया। कार्यक्रम की शुरुआत कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले में मारे गए पर्यटकों को श्रद्धांजलि देने के लिए एक मिनट का मौन रखकर की गई।
धरने की अध्यक्षता इंसाफ मंच के जिला संयोजक मोहम्मद सलीम अंसारी ने की, जबकि मंच संचालन मोहम्मद हैदर ने किया।
सलीम अंसारी ने कहा कि वक्फ संशोधन कानून पूरी तरह असंवैधानिक और मुस्लिम समुदाय की धार्मिक स्वतंत्रता पर सीधा हमला है। उन्होंने इसे अल्पसंख्यकों को उनके संसाधनों और अधिकारों से वंचित करने की साजिश बताया।
धरने को संबोधित करते हुए भाकपा माले नेता बाबू साहब सिंह ने कहा कि यह कानून वक्फ संपत्तियों के प्रबंधन को सुव्यवस्थित करने की बजाय मुस्लिम समाज के कल्याणकारी धार्मिक संस्थानों पर सरकारी हस्तक्षेप थोपने का प्रयास है। उन्होंने याद दिलाया कि 2006 की सच्चर समिति ने भी वक्फ संस्थानों को आर्थिक और कानूनी समर्थन देने की सिफारिश की थी।
धरने में बोलते हुए मनोज कुमार पांडेय ने कहा कि यह कानून सांप्रदायिक विभाजन को बढ़ावा देने वाला है और इसे तत्काल रद्द किया जाना चाहिए।
इस अवसर पर मोहम्मद हैदर, अजीम अंसारी, मुनव्वर अंसारी, इज़रायल अंसारी, ब्रह्मदेव ठाकुर, संजय अनुरागी, मतला मरांडी, प्रदीप मंडल, किरण गुप्ता, संगीत देवी, बुधन हेम्ब्रम और खूबलाल राणा सहित कई अन्य लोगों ने अपनी उपस्थिति दर्ज कराई और कानून को वापस लेने की मांग की।
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