महिला संवाद कार्यक्रम से जागरूक हुईं ग्रामीण महिलाएं, विकास की योजनाओं पर रखीं अपनी मांगें
🔹महिला संवाद से उभरीं विकास की नई आकांक्षाएं, 5 हजार से अधिक महिलाओं ने उठाई आवाज
🔹 योजनाओं की मिली जानकारी, अब महिलाएं कर रही हैं हक की खुलकर मांग।
सिटी ब्यूरो रिपोर्ट : राजीव रंजन/राकेश कुमार
जमुई : जमुई जिले में चल रहा "महिला संवाद कार्यक्रम" ग्रामीण महिलाओं के बीच एक नई चेतना और ऊर्जा का संचार कर रहा है। महिलाओं ने न केवल सरकारी योजनाओं की जानकारी हासिल की, बल्कि अपने गांवों की समस्याएं भी खुलकर सामने रखीं। रविवार 4 मई को कार्यक्रम के 17वें दिन भी छुट्टी के बावजूद भारी संख्या में महिलाओं की भागीदारी देखी गई। जीविका द्वारा संचालित इस कार्यक्रम के अंतर्गत जिले के 22 ग्राम संगठनों में संवाद सत्र आयोजित किए गए, जिनमें करीब 5,000 महिलाओं ने भाग लिया।
कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य महिलाओं को सरकार की विभिन्न योजनाओं की जानकारी देना और उनकी स्थानीय समस्याओं को प्राथमिकता पर चिन्हित कर समाधान की दिशा में प्रयास करना है। महिला संवाद के तहत महिलाएं सोलर लाइट, पुस्तकालय, वृद्धा पेंशन में वृद्धि, लघु व कुटीर उद्योग, सिंचाई सुविधा, रोजगार के अवसर और सेनेटरी नैपकिन जैसी जरूरतों की मांग कर रही हैं।
महिलाओं ने रखीं ठोस मांगें :
झाझा प्रखंड के केशोपुर गांव में आयोजित संवाद में महिलाओं ने दादपुर हॉल्ट पर ओवरब्रिज निर्माण की मांग उठाई, जबकि लक्ष्मीपुर प्रखंड के गुड़िया गांव में सड़क मरम्मत, आंगनबाड़ी, स्वास्थ्य केंद्र और उच्च विद्यालय की मांग प्रमुख रही। प्रखंड परियोजना प्रबंधकों और बीपीएम ने इन आकांक्षाओं को संबंधित विभागों तक पहुंचाने का आश्वासन दिया।
सरकारी योजनाओं की मिली जानकारी
कार्यक्रम के दौरान महिलाओं को ऑडियो-वीडियो के माध्यम से मुख्यमंत्री कन्या उत्थान योजना, मुख्यमंत्री पोशाक योजना, स्टूडेंट क्रेडिट कार्ड, जीविका योजना, सतत जीविकोपार्जन योजना, महिला उद्यमी योजना, शौचालय निर्माण, नशामुक्ति अभियान जैसी कई योजनाओं की जानकारी दी गई।
363 ग्राम संगठनों तक पहुंचा संवाद
अब तक जिले के 363 ग्राम संगठनों में महिला संवाद कार्यक्रम का आयोजन हो चुका है और यह सिलसिला 14 जून तक जारी रहेगा। प्रतिदिन लगभग पांच हजार महिलाएं इसमें हिस्सा ले रही हैं। यह कार्यक्रम न केवल महिलाओं को जागरूक बना रहा है, बल्कि उन्हें अपने हक और अधिकार के लिए मुखर होने का भी अवसर दे रहा है।
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