बरनार नदी से अवैध बालू उठाव जारी, प्रशासन की चुप्पी पर उठे सवाल
🔻बटिया क्षेत्र में बालू माफियाओं का बेखौफ खेल, ग्रामीणों में आक्रोश।
सिटी संवाददाता : पंकज बरनवाल
सोनो/जमुई : बटिया थाना क्षेत्र अंतर्गत बरनार नदी के कुसैया-बिंझी घाट पर अवैध बालू खनन और ढुलाई का सिलसिला लगातार जारी है, लेकिन प्रशासन और पुलिस की ओर से अब तक कोई सख्त कार्रवाई नहीं की गई है। स्थानीय लोगों ने आरोप लगाया है कि यह अवैध कारोबार प्रशासनिक संरक्षण में फल-फूल रहा है।
ग्रामीणों के अनुसार, हर शाम घाट पर ट्रैक्टर-ट्रॉली और मजदूरों की भीड़ जमा होती है, और रात होते ही बालू की ढुलाई शुरू हो जाती है, जो सुबह तक चलती है। हैरानी की बात यह है कि यह सब कुछ थाना से महज तीन किलोमीटर की दूरी पर हो रहा है, बावजूद इसके पुलिस मूकदर्शक बनी हुई है। गुरुवार की सुबह कुछ ग्रामीणों ने इसका वीडियो बना सोशल मीडिया पर साझा भी किया, जिसमें कई बालू लदे ट्रैक्टर घाट से निकलते देखे जा सकते हैं। हालांकि, कि सिटी चैनल इस वीडियो की पुष्टि नहीं करता है।ग्रामीणों का आरोप, तालमेल के बिना संभव नहीं :
ग्रामीणों का कहना है कि यह अवैध खनन एक संगठित गिरोह द्वारा संचालित हो रहा है, जिसमें स्थानीय प्रभावशाली लोगों की भूमिका पर भी सवाल खड़े हो रहे हैं। लोगों ने आरोप लगाया कि पुलिस और माफियाओं के बीच ‘समझौता’ के कारण ही यह धंधा इतनी निडरता से चल रहा है।रातभर ट्रैक्टरों की आवाजाही से परेशान ग्रामीण :
रात 10 बजे से सुबह 7 बजे तक ट्रैक्टरों की गड़गड़ाहट से ग्रामीणों की नींद उचट जाती है। बच्चों, बुजुर्गों और महिलाओं के लिए यह शोर व धूल भरी रातें आम हो गई हैं। सड़कों की हालत बदतर हो चुकी है, और स्वास्थ्य पर भी प्रतिकूल प्रभाव पड़ रहा है।
पर्यावरणीय संकट गहराता :
नदी के तटों का कटाव, जल प्रवाह में रुकावट और आसपास के इलाकों में प्रदूषण ने पर्यावरणीय संतुलन को भी बिगाड़ दिया है। बावजूद इसके, खनन विभाग और जिला प्रशासन की चुप्पी ग्रामीणों को चुभ रही है। उनका कहना है कि यदि शीघ्र कार्रवाई नहीं हुई तो आंदोलन किया जाएगा।
थानाध्यक्ष ने कहा :
जब इस संबंध में बटिया थानाध्यक्ष सुजाता कुमारी से संपर्क किया गया तो उन्होंने कहा,
"मामला संज्ञान में नहीं है। यदि ऐसा कोई मामला सामने आता है तो निश्चित रूप से कार्रवाई की जाएगी।"
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