नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव का जमुई दौरा
सिटी ब्यूरो रिपोर्ट : राजीव रंजन/अभिषेक सिन्हा
जमुई : बिहार विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव एक मई को जमुई जिले के दौरे पर पहुँचे। यह दौरा भावनात्मक और राजनीतिक दोनों ही दृष्टि से अहम रहा। सबसे पहले उन्होंने उस परिवार से मुलाकात की, जिनके तीन सदस्य हाल ही में एक दर्दनाक हादसे में मारे गए थे। तेजस्वी ने पीड़ित परिवारों को सांत्वना दी और हर संभव मदद का आश्वासन दिया।
इसके बाद उन्होंने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित किया, जिसमें उन्होंने राज्य और देश से जुड़े कई अहम मुद्दों पर अपनी बात रखी। तेजस्वी यादव ने जाति आधारित जनगणना को राष्ट्रीय जनता दल की बड़ी उपलब्धि बताया। उन्होंने कहा कि यह केवल एक आंकड़ा नहीं, बल्कि सामाजिक न्याय की नींव है, जिससे हर तबके को हक़ और सम्मान मिलेगा।
तेजस्वी ने जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले की कड़ी निंदा की और कहा कि ऐसे मामलों में राजनीति से ऊपर उठकर सभी दलों को एकजुट होना चाहिए। उन्होंने साफ़ तौर पर कहा कि आतंकवाद के खिलाफ देश की एकता सबसे बड़ा हथियार है।
बिहार में शराबबंदी पर बोलते हुए उन्होंने राज्य सरकार पर जमकर निशाना साधा। तेजस्वी का कहना था कि शराबबंदी सिर्फ़ कागज़ों पर लागू है, जबकि ज़मीनी हकीकत यह है कि हर जिले में शराब खुलेआम बिक रही है। उन्होंने इसे शासन की असफलता करार दिया।
मुख्यमंत्री पद को लेकर कोई औपचारिक घोषणा उन्होंने नहीं की, लेकिन उनके बयानों और राजनीतिक विरोधियों की प्रतिक्रियाओं से यह ज़ाहिर है कि तेजस्वी यादव अब खुद को राज्य की अगली सत्ता की होड़ में प्रमुख दावेदार के रूप में प्रस्तुत कर रहे हैं।
तेजस्वी के इस दौरे ने न सिर्फ़ स्थानीय जनभावनाओं को छुआ, बल्कि राज्य की राजनीति में भी हलचल बढ़ा दी है। आगामी विधानसभा चुनाव को लेकर उनके तेवर और विपक्षी हमलों से साफ है कि बिहार की राजनीति अब पूरी तरह चुनावी मोड में प्रवेश कर चुकी है।
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