बारिश में भी नहीं डिगा महिलाओं का हौसला, महिला संवाद कार्यक्रम में खुलकर रखीं पंचायतों की समस्याएं
🔹60 हजार से अधिक महिलाओं की भागीदारी, 319 ग्राम संगठनों में हुआ संवाद, योजनाओं की मिली जानकारी।
सिटी ब्यूरो रिपोर्ट : राजीव रंजन/राकेश कुमार
जमुई : जिले के विभिन्न प्रखंडों में श्रम दिवस के दिन हुई बारिश भी महिलाओं के हौसलों को डिगा नहीं सकी। बारिश के बीच भी महिलाओं ने बढ़-चढ़कर महिला संवाद कार्यक्रम में हिस्सा लिया और अपने गांव-पंचायत की समस्याओं को बेझिझक सामने रखा।
बिहार सरकार द्वारा महिला सशक्तिकरण की दिशा में चल रही योजनाओं की जानकारी महिलाओं को दी गई और मुख्यमंत्री का संदेश पत्र एवं सूचनात्मक लीफलेट भी बांटे गए। दो घंटे के इस कार्यक्रम में वीडियो के माध्यम से योजनाओं की जानकारी दी गई और महिलाओं को संवाद के उद्देश्य से परिचित कराया गया।
ग्रामीण विकास विभाग द्वारा शुरू किया गया यह कार्यक्रम अब एक अभियान बन चुका है। जिले के दसों प्रखंडों के 22 गांवों में यह आयोजन प्रतिदिन सुबह-शाम दो पाली में किया जा रहा है। अब तक 319 ग्राम संगठनों में यह कार्यक्रम आयोजित हो चुका है और लगभग 60 हजार महिलाएं इसमें शामिल हो चुकी हैं।
महिलाओं की ओर से उठाई गई मांगों को मोबाइल ऐप के जरिए संकलित कर संबंधित विभागों को भेजा जा रहा है।
झाझा प्रखंड के हथिया पंचायत में अम्बा गांव की महिलाओं ने आंगनबाड़ी केंद्रों से सस्ती दर पर सैनिटरी नैपकिन उपलब्ध कराने की मांग की है। वहीं, खैरा प्रखंड के गोपालपुर पंचायत की महिलाओं ने दिव्यांग समूह को ब्याजमुक्त ऋण देने की मांग रखी।
अलीगंज के पुरसंडा पंचायत में लाइब्रेरी, इंटरनेट और कंप्यूटर जैसी सुविधाओं की मांग उठी, जबकि गिद्धौर के गूगलडीह पंचायत में हटिया बाजार और पुस्तकालय भवन की जरूरत बताई गई।
यह कार्यक्रम महिलाओं को सशक्त बनाने और उनकी आवाज सरकार तक पहुंचाने की दिशा में एक अहम कदम माना जा रहा है।
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