विश्व मार्केटिंग दिवस पर मातृत्व सेवा सदन में पौधारोपण कार्यक्रम, डॉ. शालिनी ने नारी शक्ति को बताया पर्यावरण संरक्षण की अग्रदूत
सिटी संवाददाता : प्रो० रामजीवन साहू
जमुई : विश्व मार्केटिंग दिवस के अवसर पर मातृत्व सेवा सदन में पर्यावरण भारती की ओर से एक विशेष पौधारोपण कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम का नेतृत्व पर्यावरण नारी शक्ति प्रांत टोली की सदस्या एवं प्रख्यात स्त्री रोग विशेषज्ञ डॉ. शालिनी सिंह ने किया।
पौधारोपण के बाद उपस्थित जनों को संबोधित करते हुए डॉ. शालिनी ने कहा कि "नारी शक्ति में प्रकृति के प्रति विशेष संवेदनशीलता होती है। जिस प्रकार एक गृहिणी परिवार की देखभाल करती है, उसी प्रकार वह पर्यावरण की भी रक्षा कर सकती है।" उन्होंने कहा कि भारतीय संस्कृति में पेड़ों का पूजन हमारी परंपरा का हिस्सा रहा है। राजस्थान के विश्नोई समाज द्वारा खेजड़ी वृक्ष की रक्षा के लिए दी गई बलिदान की मिसाल आज भी प्रासंगिक है।
डॉ. शालिनी ने सभी से आह्वान किया कि वे अपने घर के आसपास कम से कम दस वृक्ष अवश्य लगाएं और पांच वर्षों तक उनकी देखभाल करें। यह ग्लोबल वार्मिंग से लड़ने की दिशा में प्रभावी कदम हो सकता है।
कार्यक्रम में पर्यावरण भारती के संस्थापक ने भगवान शिव के प्रकृति-से-निकट जीवन का उदाहरण देते हुए कहा कि "यदि मनुष्य प्रकृति के समीप रहे तो कोरोना जैसी महामारी भी उसका कुछ नहीं बिगाड़ सकती।"
राम बिलास शाण्डिल्य ने बताया कि 27 मई को मनाया जाने वाला विश्व मार्केटिंग दिवस प्रसिद्ध विपणन विशेषज्ञ फिलिप कोटलर के सम्मान में शुरू हुआ था, जिनका जन्म 1931 में इसी दिन हुआ था। उन्होंने कहा कि इस दिन का उद्देश्य न केवल विपणन जगत के योगदान को सम्मानित करना है, बल्कि ब्रांड जागरूकता और पर्यावरण संरक्षण के बीच संतुलन को भी बढ़ावा देना है।
पौधारोपण कार्यक्रम में डॉ. वीणा सिंह, डॉ. शालिनी, रानी कुमारी, पूजा कुमारी, सोनी कुमारी, राम बिलास शाण्डिल्य, अजीत कुमार, पवन कुमार सहित कई गणमान्य लोग उपस्थित रहे। सभी ने एकजुट होकर पर्यावरण संरक्षण का संदेश दिया।
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