महिला संवाद कार्यक्रम ने खोली उम्मीदों की राह, अब रोजगार और विकास की कर रही हैं मांग
🔻संवाद से सशक्त हो रही महिलाएं, योजनाओं की जानकारी और अधिकारों को लेकर बढ़ा जागरूकता
सिटी ब्यूरो रिपोर्ट : राजीव रंजन/राकेश कुमार
जमुई : जिले में ग्रामीण विकास विभाग द्वारा संचालित महिला संवाद कार्यक्रम ने महिलाओं के बीच नया आत्मविश्वास पैदा किया है। विगत 18 दिनों से जारी इस कार्यक्रम में महिलाएं अब सड़क, नाली, शौचालय से आगे बढ़कर आत्मनिर्भरता की दिशा में सोच रही हैं। संवाद में महिलाएं अपने मन की बात साझा कर रही हैं, योजनाओं पर भी राय दे रही हैं और अब खुद के रोजगार की मांग खुलकर रख रही हैं।
बताते चलें कि संवाद कार्यक्रम के तहत जिले के दसों प्रखंडों के 22 गाँवों में प्रतिदिन 11 संवाद रथों के माध्यम से कार्यक्रम संचालित हो रहा है। वीडियो, पंपलेट और मुख्यमंत्री का संदेश पढ़कर सुनाया जा रहा है। इस दौरान महिलाओं को योजनाओं की जानकारी दी जा रही है, साथ ही नशामुक्ति, बाल विवाह और दहेज प्रथा उन्मूलन को लेकर शपथ भी दिलाई जा रही है।
वहीं महिला संवाद के जरिए झाझा में महिला किसानों ने सिंचाई के लिए मुफ्त बिजली और प्रशिक्षण केंद्र की मांग रखी, तो बीड़ी मजदूर महिलाओं ने वैकल्पिक रोजगार और बाजार की उपलब्धता की बात कही। जमुई सदर के ककवा मुसहरी की महिलाओं ने लाइब्रेरी, सामुदायिक शौचालय और सोलर लाइट की मांग की है।
यह बताते चलें कि अब तक जिले में 385 ग्राम संगठनों में महिला संवाद कार्यक्रम हो चुका है। हर दिन करीब 5,000 महिलाएं इस कार्यक्रम में भाग ले रही हैं। यह पहल न केवल महिलाओं की आवाज़ को मंच दे रही है, बल्कि ग्रामीण विकास की दिशा में ठोस सुझाव भी उभर कर सामने ला रही है।
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