विश्व हाथ स्वच्छता दिवस पर पौधारोपण कर दिया स्वच्छता और पर्यावरण संरक्षण का संदेश
🔻डॉ. शालिनी सिंह और डॉ. वीणा सिंह ने स्वच्छता और हरियाली को बताया स्वास्थ्य की कुंजी
सिटी संवाददाता : प्रो० रामजीवन साहू
जमुई : विश्व हाथ स्वच्छता दिवस के अवसर पर पर्यावरण भारती के तत्वावधान में मातृत्व सेवा सदन परिसर में कनेल फूल के 11 पौधे लगाए गए। पौधारोपण कार्यक्रम का नेतृत्व पर्यावरण नारी शक्ति प्रांत टोली की सदस्या एवं ख्यातिप्राप्त स्त्री रोग विशेषज्ञ डॉ. शालिनी सिंह ने किया। कार्यक्रम में डॉक्टर वीणा सिंह, राम बिलास शाण्डिल्य, रानी हेम्ब्रम, पूजा कुमारी, सोनी कुमारी, पवन कुमार सहित कई पर्यावरण प्रेमियों ने भाग लिया।
पर्यावरण भारती के संस्थापक राम बिलास शाण्डिल्य ने कहा कि हर व्यक्ति को अपने आसपास कम से कम 10 पेड़ जरूर लगाना चाहिए। इससे न केवल प्राकृतिक ऑक्सीजन की आपूर्ति बनी रहेगी, बल्कि ग्लोबल वार्मिंग के दुष्प्रभाव भी कम होंगे।
डॉ. शालिनी सिंह ने बताया कि विश्व हाथ स्वच्छता दिवस की शुरुआत 5 मई 2009 को विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) द्वारा की गई थी। इसका उद्देश्य लोगों को हाथों की स्वच्छता के प्रति जागरूक करना है। उन्होंने कहा कि भोजन पकाने, खाने, साफ-सफाई या मोबाइल उपयोग जैसे दैनिक कार्यों में हाथों के माध्यम से कई संक्रमण फैलते हैं। कोरोना काल में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी बार-बार हाथ धोने की अपील की थी।
डॉ. शालिनी सिंह और डॉ. वीणा सिंह ने संयुक्त रूप से कहा कि— "स्वच्छता और हरियाली एक-दूसरे की पूरक हैं। जब तक हमारे हाथ स्वच्छ नहीं होंगे, तब तक हम स्वास्थ्य की कल्पना नहीं कर सकते, और जब तक पर्यावरण शुद्ध नहीं होगा, तब तक जीवन सुरक्षित नहीं रह सकता।"
उन्होंने अपील की कि हर व्यक्ति नियमित रूप से हाथ धोने की आदत अपनाए और पौधारोपण जैसे प्रयासों से पर्यावरण की रक्षा करे। डॉ. वीणा सिंह ने कहा कि "स्वच्छ हाथ बीमारियों से बचाव की पहली सीढ़ी है और हर पौधा हमारी सांसों की सुरक्षा का प्रहरी है।"
कार्यक्रम में लोगों को स्वच्छता का संकल्प भी दिलाया गया, जिसमें भोजन से पहले व बाद में हाथ धोना, सार्वजनिक स्थानों पर दस्तानों का उपयोग, तथा साफ-सफाई के बाद हाथ धोने जैसे व्यवहार शामिल थे।
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