झाझा के मगही गांव में ग्रामीणों ने जनप्रतिनिधियों को जोर शोर से किया विरोध, 75 वर्षों से विकास से वंचित - City Channel

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Thursday, May 22, 2025

झाझा के मगही गांव में ग्रामीणों ने जनप्रतिनिधियों को जोर शोर से किया विरोध, 75 वर्षों से विकास से वंचित

झाझा के मगही गांव में ग्रामीणों ने जनप्रतिनिधियों को जोर शोर से किया विरोध, 75 वर्षों से विकास से वंचित

झाझा/जमुई : झाझा विधानसभा अंतर्गत लक्ष्मीपुर प्रखंड के ककंचोर पंचायत स्थित मगही गांव में शुक्रवार को ग्रामीणों का आक्रोश फूट पड़ा। गांव के लोगों ने अपने क्षेत्र के निर्वाचित जनप्रतिनिधियों के खिलाफ अनोखा विरोध प्रदर्शन करते हुए उन्हें प्रतीकात्मक रूप से 'पुजोड़कर' अपना आक्रोश व्यक्त किया।

ग्रामीणों का कहना था कि आज़ादी के 75 वर्षों बाद भी मगही गांव बुनियादी सुविधाओं से वंचित है। गांव में ना तो पक्की सड़क है, ना ही नल-जल योजना का लाभ पहुंचा है। ग्रामीणों ने बताया कि बीते 25 वर्षों से पूरा गांव केवल एक सरकारी चापाकल से पानी पी रहा है।

स्वास्थ्य सेवा की स्थिति भी बेहद दयनीय है। गांव में न तो कोई स्वास्थ्यकर्मी आता है, और न ही कोई प्राथमिक उपचार केंद्र मौजूद है। साथ ही, बच्चों के लिए न आंगनबाड़ी केंद्र की व्यवस्था है और न ही कोई विद्यालय है, जिससे शिक्षा का अधिकार केवल एक सपना बनकर रह गया है।

ग्रामीणों ने बताया कि चुनाव के समय नेता व प्रतिनिधि गांव में आते हैं, बड़े-बड़े वादे करते हैं, लेकिन जीतने के बाद गांव की ओर मुड़कर भी नहीं देखते। इस दौरान ग्रामीणों ने मुखिया से लेकर स्थानीय विधायक दामोदर रावत तक पर गंभीर आरोप लगाते हुए जमकर विरोध किया।

विरोध प्रदर्शन में यतवारी रविदास, रंजन रविदास, सुजीत रविदास, चंदन रविदास, मोहन रविदास, शंकर रविदास, बलदेव रविदास, विनोद रविदास, ओंकार रविदास, लखन रविदास, कंचन रविदास, मिश्री रविदास, मंजू देवी, सुगिया देवी, सुलेना देवी सहित सैकड़ों की संख्या में ग्रामीण शामिल थे।

ग्रामीणों की यह चेतावनी थी कि यदि जल्द ही मूलभूत सुविधाएं नहीं पहुंचाई गईं, तो आने वाले चुनावों में वे मतदान का बहिष्कार करने को विवश होंगे।

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