वट सावित्री व्रत के दिन भी महिला संवाद में दिखा उत्साह, अब तक 19 हजार से अधिक आकांक्षाएं दर्ज - City Channel

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Monday, May 26, 2025

वट सावित्री व्रत के दिन भी महिला संवाद में दिखा उत्साह, अब तक 19 हजार से अधिक आकांक्षाएं दर्ज

वट सावित्री व्रत के दिन भी महिला संवाद में दिखा उत्साह, अब तक 19 हजार से अधिक आकांक्षाएं दर्ज

सिटी संवाददाता : प्रो० रामजीवन साहू

जमुई : सोमवार 26 मई को जहाँ एक ओर सुहागिन महिलाओं ने परंपरागत श्रद्धा के साथ वट सावित्री व्रत रखा, वहीं दूसरी ओर वे ‘महिला संवाद’ कार्यक्रम में भी पूरे उत्साह के साथ शामिल हुईं। यह आयोजन 18 अप्रैल से जमुई जिले में लगातार जारी है, जिसका उद्देश्य महिलाओं को विभिन्न सरकारी योजनाओं की जानकारी देना एवं उनकी आकांक्षाओं को स्वर देना है।

ग्रामीण विकास विभाग, बिहार सरकार द्वारा संचालित इस राज्यव्यापी कार्यक्रम की जिम्मेदारी बिहार ग्रामीण जीविकोपार्जन प्रोत्साहन समिति (जीविका) को सौंपी गई है। ग्राम संगठन स्तर पर हो रहे इन आयोजनों में प्रत्येक दिन पाँच हजार से अधिक महिलाएं भागीदारी निभा रही हैं।

अब तक जमुई जिले के 847 जीविका महिला ग्राम संगठनों में महिला संवाद कार्यक्रम का आयोजन सफलतापूर्वक किया जा चुका है। आज 26 मई को कार्यक्रम के 39वें दिन, जिले के विभिन्न ग्राम संगठनों — माँ प्यारी, रौशनी, ज्वाला, नारी एकता, आकृति, संध्या, भूमिका, अनुशासन, बरसात, ऋतू, बादल, कंगना, विकासशील, चाँद सितारा, गंगा, साईं, सौगंध, आकाश, शंकर संविधान, लक्ष्मी नारायण, गरीब और काजल — में संवाद आयोजित किए गए।

अब तक 19 हजार से अधिक आकांक्षाएं महिलाओं द्वारा साझा की जा चुकी हैं। महिलाएं गाँव-टोलों की समस्याओं जैसे स्कूल-कॉलेज की सुविधा, वृद्धावस्था पेंशन में बढ़ोतरी, सामूहिक शौचालय, आंगनबाड़ी केंद्र, लघु कुटीर उद्योग, रोजगार, जीविका भवन, जीविका बैंक, बैंक ब्याज दर में कटौती और सोलर लाइट की माँग मुखर रूप से रख रही हैं।

संवाद के दौरान जागरूकता वाहन में लगे एलईडी टीवी के माध्यम से 45 मिनट की फिल्म दिखाई जा रही है, जिसमें जीविका, सतत जीविकोपार्जन योजना, मुख्यमंत्री कन्या उत्थान योजना, पोशाक योजना, कस्तूरबा गांधी बालिका योजना, स्टूडेंट क्रेडिट कार्ड, अक्षर आंचल योजना, महिलाओं के लिए आरक्षण, नशामुक्ति अभियान, शौचालय निर्माण, महिला उद्यमिता योजना, सामाजिक सुरक्षा पेंशन जैसी योजनाओं की जानकारी दी जाती है।

प्रत्येक दिन जिले के 22 गाँवों में दो पालियों (सुबह-शाम) में यह कार्यक्रम आयोजित हो रहा है। जिला और प्रखंड प्रशासन के अधिकारी भी इस अभियान से सक्रिय रूप से जुड़े हुए हैं, जबकि जिला परियोजना प्रबंधक के नेतृत्व में जीविका के सभी कर्मी कार्यक्रम को सफल बनाने में जुटे हुए हैं।

महिलाओं की ओर से साझा की गई आकांक्षाओं को मोबाइल एप पर अपलोड किया जा रहा है, जिनका संकलन कर प्रखंड स्तर से जिला स्तर पर भेजा जा रहा है। जिन सुझावों और समस्याओं का समाधान तुरंत संभव है, उन्हें जिला पदाधिकारी द्वारा संबंधित विभाग को कार्रवाई हेतु भेजा जा रहा है।

कार्यक्रम के दौरान सरकारी योजनाओं से लाभान्वित महिलाओं द्वारा अपनी सफलता की कहानियाँ भी साझा की जा रही हैं। इसके साथ ही महिलाओं के बीच लीफलेट एवं मुख्यमंत्री का संदेश पत्र भी वितरित किया जा रहा है।

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