श्री श्याम मंदिर में मारवाड़ी समाज की महिलाओं ने धूमधाम से मनाया गणगौर पर्व
सिटी संवाददाता : ब्रह्मदेव प्रसाद यादव
झाझा/जमुई : मंगलवार को नगर क्षेत्र स्थित श्री श्याम मंदिर में मारवाड़ी समाज की महिलाओं ने गणगौर पर्व को श्रद्धा और भक्ति भाव से मनाया। पूजा-अर्चना के लिए महिलाओं का जमावड़ा देखने लायक था।
पारंपरिक रीति-रिवाजों के साथ हुआ पूजन
गणगौर पूजा में मिट्टी से बनी गणगौर और ईशरजी की प्रतिमाओं को जल से स्नान करवाकर रोली, काजल और तिलक लगाया गया। पूजन के दौरान हलवा-पूरी, गेहूं और चने से बनी विशेष प्रसाद "घुघरी" का भोग लगाया गया। इसके अलावा, सोलह कुओं का जल अर्पित किया गया और हरी दूब चढ़ाकर गणगौर के पारंपरिक गीत गाए गए।
पति की दीर्घायु और अच्छे वर की कामना का पर्व
गणगौर पर्व का विशेष महत्व है। इसे सुहागिन महिलाएं अपने पति की लंबी उम्र के लिए और युवतियां अच्छे वर की प्राप्ति के लिए मनाती हैं। इस अवसर पर अग्रवाल पंचायत समिति के मीडिया प्रभारी संजय बंका ने जानकारी देते हुए कहा, "गणगौर पर्व राजस्थान का प्रमुख लोकपर्व है, जिसमें शिव-पार्वती के स्वरूप को पूजने की परंपरा है।"
शुभ संध्या में हुआ विसर्जन
संध्या बेला में गणगौर की प्रतिमाओं का विसर्जन स्थानीय रेल तालाब में किया गया, जहां समाज के महिला-पुरुष और बच्चे बड़ी संख्या में शामिल हुए।
उपस्थित गणमान्यजन
इस मौके पर अनीता बंका, कंचन अग्रवाल, गूंजा सुल्तानिया, राधा अग्रवाल, पूनम बोहरा, सरिता खंडेलवाल सहित कई महिलाएं मौजूद रहीं।
गणगौर पर्व की इस भव्य आयोजन ने समाज में आपसी एकता, श्रद्धा और परंपराओं के महत्व को और मजबूत किया।
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