लोकमाता लाखो देवी की 23वीं पुण्यतिथि पर श्रद्धा और संस्कृति का संगम
🔹सांस्कृतिक कार्यक्रमों ने मोहा मन, शख्सियतों की मौजूदगी में जनसमुद्र उमड़ा
जमुई : जमुई जिले के नासरीचक, नूमर स्थित लाखो देवी उच्चतर माध्यमिक विद्यालय में लोकमाता लाखो देवी की 23वीं पुण्यतिथि समारोहपूर्वक आयोजित की गई। यह आयोजन श्रद्धा, संस्कृति और समाज के प्रति प्रतिबद्धता का अद्भुत संगम रहा।
कार्यक्रम की शुरुआत वैदिक मंत्रोच्चार और महाआरती के साथ हुई, जिसे विद्यालय के विद्वान शिक्षक सुनील पांडे ने संपन्न कराया। मुख्य यजमान सह विद्यालय के अध्यक्ष भुवनेश्वर यादव, जो लोकमाता के सुपुत्र भी हैं, ने पारंपरिक रीति-रिवाज से पूजा-अर्चना कर लोकमाता को कृतज्ञ श्रद्धांजलि अर्पित की।
‘लोकमाता’ बनीं प्रेरणा की प्रतीक
अपने संबोधन में भुवनेश्वर यादव ने कहा कि,
"लाखो देवी त्याग, करुणा, और धर्मपरायणता की मूर्ति थीं। वे आदर्श गृहिणी ही नहीं, बल्कि एक दृष्टिसंपन्न माता थीं, जिनके आशीर्वाद और प्रेरणा से आज विद्यालय शिक्षा का दीप जला रहा है।"
उन्होंने अपनी माता को बारंबार प्रणाम करते हुए कहा कि यह विद्यालय उनकी सोच को धरातल पर उतारने का एक प्रयास है।
जनप्रतिनिधियों और शिक्षाविदों ने की श्रद्धांजलि अर्पित
समारोह को पूर्व विधानसभा प्रत्याशी व राजद के वरिष्ठ नेता मो. शमशाद, ऑक्सफोर्ड स्कूल के निदेशक डॉ. मनोज सिन्हा, शिक्षाविद अशोक कुमार राय, मुखिया दामोदर पासवान, डॉ. सनोज राज, विजय यादव, शशिभूषण पांडे, जय प्रकाश यादव, शैलेंद्र यादव सहित कई गणमान्य व्यक्तियों ने संबोधित किया।
सभी ने लोकमाता को श्रद्धापूर्वक नमन करते हुए उन्हें समाज के लिए प्रेरणास्त्रोत बताया। वक्ताओं ने कहा कि लोकमाता का जीवन मूल्य, सेवा और शिक्षा का प्रतीक था, जिसे अपनाकर ही उन्हें सच्ची श्रद्धांजलि दी जा सकती है।
सांस्कृतिक कार्यक्रमों में बंधी रही महफिल
कार्यक्रम के दूसरे सत्र में विद्यालय के छात्र-छात्राओं ने कलाकार मंजीत के निर्देशन में एक से बढ़कर एक सांस्कृतिक प्रस्तुतियाँ दीं।
- स्वागत गान से आरंभ हुआ कार्यक्रम
- ‘गणेश वंदना’, ‘कोयल बिनु बगिया न शोभे’, ‘गलती से मिस्टेक’, ‘झिझिया’, ‘छम्मा छम्मा’, और ‘ये प्रयागराज है’ जैसे नृत्य और गीतों ने श्रोताओं को मंत्रमुग्ध कर दिया।
- तालियों की गूंज से माहौल जीवंत रहा और दर्शक अंतिम क्षण तक कार्यक्रम में डटे रहे।
उत्कृष्ट विद्यार्थियों का हुआ सम्मान
कार्यक्रम के अंत में इंटर और मैट्रिक परीक्षा में प्रथम श्रेणी से उत्तीर्ण छात्र-छात्राओं को मंच पर बुलाकर सम्मानित किया गया। सभी अतिथियों ने बच्चों का उत्साहवर्धन किया और उज्ज्वल भविष्य की शुभकामनाएं दीं।
संचालन में बिखेरा चमक
सम्पूर्ण कार्यक्रम का संचालन राज्य उद्घोषक डॉ. निरंजन कुमार ने अत्यंत प्रभावशाली ढंग से किया। उनकी ओजपूर्ण और भावनात्मक शैली ने पूरे समारोह को जीवंत बनाए रखा।
लोकमाता लाखो देवी की पुण्यतिथि का यह समारोह श्रद्धा और समाज सेवा की मिसाल रहा। यह न केवल एक श्रद्धांजलि था, बल्कि शिक्षा, संस्कृति और सामूहिक चेतना को मजबूत करने की दिशा में एक प्रेरणादायक कदम भी था।
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