**बिहार विधानसभा उपचुनाव : प्रशांत किशोर का जन सुराज अभियान: बिहार में बदलाव की नई पहल
🔹बेलागंज में प्रशांत किशोर का हुंकार, बोले - नीतीश और लालू 35 वर्षों से बिहार की जनता को ठग रहे, अब समय आ गया बिहार में जनता का राज स्थापित हो।
🔹अगर कोई वोट के लिए पैसा दे रहा है तो रख लीजिए वो आपका ही पैसा है जो नेताओं ने लुटा है, पैसा ले लीजिए लेकिन वोट अपने बच्चों के लिए दीजिए : प्रशांत किशोर।
सिटी ब्यूरो रिपोर्ट : राजीव रंजन/राकेश कुमार
बेलागंज/गया : बिहार में जन सुराज अभियान के संस्थापक प्रशांत किशोर ने आगामी उपचुनावों को लेकर अपने प्रचार-प्रसार में पूरी ताकत झोंक दी है। उनके नेतृत्व में चल रहे इस अभियान में वे लगातार जन सभाओं का आयोजन कर रहे हैं और जनता से संवाद करते हुए उनके दुख-दर्द और आकांक्षाओं को समझने का प्रयास कर रहे हैं। प्रशांत किशोर का कहना है कि उनका मकसद बिहार की राजनीति में ऐसी व्यवस्था का निर्माण करना है जो जनता के हितों को प्राथमिकता दे। उनके इस अभियान में बड़ी संख्या में लोग शामिल हो रहे हैं और हर सभा में लोगों की भारी भीड़ जुट रही है, जो उनके संदेश के प्रति जनता की बढ़ती दिलचस्पी को दर्शाता है।
बेलागंज में जन संवाद: पुराने नेताओं पर निशाना :
शुक्रवार को प्रशांत किशोर ने बेलागंज में एक विशेष जन संवाद का आयोजन किया। इस कार्यक्रम में हजारों की संख्या में लोग उपस्थित हुए। संवाद के दौरान प्रशांत किशोर ने बिहार की पिछली सरकारों और उनके नेताओं को सीधे निशाने पर लिया। उन्होंने स्पष्ट रूप से बताया कि कैसे बिहार में दशकों से सत्ता में रहने वाले नेताओं ने जनता को बार-बार झूठे वादे देकर धोखा दिया है। उन्होंने लालू प्रसाद यादव और नीतीश कुमार की तरफ इशारा करते हुए कहा कि ये दोनों नेता पिछले 35 वर्षों से बिहार की सत्ता में बने हुए हैं, लेकिन आज भी बिहार के किसान मूलभूत सुविधाओं से वंचित हैं।
उन्होंने कहा कि बिहार के किसानों के पास आज भी खेती के लिए आवश्यक संसाधन नहीं हैं और उन्हें मजबूरी में पलायन करना पड़ रहा है। उन्होंने सवाल किया कि अगर इतने वर्षों के शासन के बावजूद बिहार की स्थिति नहीं सुधरी है, तो आखिर इसके लिए कौन जिम्मेदार है? वहां उपस्थित जनता ने भी प्रशांत किशोर के विचारों का समर्थन किया और उनके साथ अपनी सहमति व्यक्त की।
जनता को सीधा संदेश : पैसा लो, लेकिन विवेक से वोट दो
प्रशांत किशोर ने जन संवाद के दौरान जनता से साफ-साफ कहा कि चुनाव के समय यदि विपक्षी दल उन्हें पैसा दें तो उसे लेने में कोई हर्ज नहीं है, क्योंकि यह पैसा जनता का ही है। उन्होंने यह भी कहा कि यह वही पैसा है जो नेताओं ने पिछले 5 वर्षों में जनता से विभिन्न योजनाओं में वसूला है और अब उसी में से थोड़ा-बहुत हिस्सा देकर वोट खरीदने की कोशिश कर रहे हैं।
प्रशांत किशोर ने कहा, "विपक्षी दलों के दिए गए पैसे को स्वीकार कर लीजिए, लेकिन वोट देने का फैसला अपने विवेक के अनुसार कीजिए। यह चुनाव बिहार में एक नई व्यवस्था और बदलाव का अवसर है, इसलिए ध्यान से सोच-समझकर निर्णय लें।" उन्होंने कहा कि ऐसे अवसर बार-बार नहीं आते और इस बार जनता के पास मौका है कि वे अपने वोट का सही उपयोग कर बदलाव की दिशा में एक कदम बढ़ाएं।
नेताओं को सबक सिखाने का मौका :
प्रशांत किशोर ने जनता से यह भी कहा कि इस चुनाव में वे उन नेताओं को सबक सिखाने का मौका न गवाएं जिन्होंने जनता के विश्वास के साथ खिलवाड़ किया है। उन्होंने यह स्पष्ट किया कि जो नेता सालों से सत्ता में रहे हैं, लेकिन जनता की उम्मीदों को पूरा नहीं कर सके, उन्हें अब जनता को जवाब देना होगा।
उन्होंने यह भी बताया कि बिहार में एक ऐसी व्यवस्था बनाने की जरूरत है जिसमें शिक्षा, स्वास्थ्य, रोजगार, और कृषि जैसे बुनियादी मुद्दों को प्रमुखता से रखा जाए। उन्होंने लोगों को भरोसा दिलाया कि अगर जन सुराज का समर्थन करेंगे, तो बिहार में सुशासन और पारदर्शी व्यवस्था का निर्माण संभव है।
भविष्य की दिशा : एक नई व्यवस्था का संकल्प
प्रशांत किशोर ने अपने अभियान के माध्यम से यह संदेश दिया कि बिहार में एक नए और समृद्ध भविष्य की नींव रखना संभव है। उन्होंने जनता को यह आश्वासन दिया कि जन सुराज की सरकार बनेगी तो वह बिहार के हर वर्ग, हर तबके, और हर व्यक्ति के अधिकारों का सम्मान करेगी। उन्होंने कहा कि आज की राजनीति में जिस तरह से भ्रष्टाचार और भाई-भतीजावाद का बोलबाला है, उसे खत्म कर के एक स्वच्छ और पारदर्शी व्यवस्था स्थापित करना ही उनका उद्देश्य है।
जनता का बढ़ता समर्थन :
प्रशांत किशोर के इस अभियान में लगातार लोगों का समर्थन बढ़ता जा रहा है। हर जन संवाद में लोगों की उपस्थिति इस बात का संकेत देती है कि बिहार की जनता बदलाव चाहती है और प्रशांत किशोर के विचारों से प्रेरित हो रही है। उन्होंने लोगों को भरोसा दिलाया कि उनके साथ जुड़कर वे बिहार में एक नई दिशा और नई सोच का संचार कर सकते हैं।
प्रशांत किशोर का जन सुराज अभियान बिहार की जनता में नई आशा का संचार कर रहा है। अपने हर संवाद और सभा में वे जनता को एकजुट कर रहे हैं और एक ऐसी व्यवस्था का सपना दिखा रहे हैं जिसमें सभी को समान अवसर मिले। प्रशांत किशोर का यह अभियान केवल चुनावी प्रचार नहीं, बल्कि एक व्यापक सामाजिक आंदोलन बनता जा रहा है, जिसका लक्ष्य बिहार को एक नया स्वरूप देना है। जनता को आह्वान करते हुए उन्होंने कहा, "यह बदलाव का समय है, और इस बदलाव का नेतृत्व जनता को ही करना होगा।"
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