**जमुई में गिद्धौर से मांगोबंदर सड़क का पुनर्निर्माण कार्य शुरू होने की तैयारी, 16.75 करोड़ की लागत से होगी मरम्मत और चौड़ीकरण**
सिटी संवाददाता : भूपेन्द्र सिन्हा/अभिषेक सिन्हा
जमुई : बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के शासन में प्रदेश में सड़क निर्माण और मरम्मत के कई दावे किए गए हैं। मगर जमुई जिले की गिद्धौर से मांगोबंदर को जोड़ने वाली सड़क कई वर्षों से गंभीर बदहाली में है। इस सड़क पर गड्ढों की भरमार होने के कारण इसे सड़क कहना मुश्किल हो गया है। यह सड़क झाझा और जमुई विधानसभा क्षेत्रों के कई गांवों को जोड़ती है, और इसकी दुर्दशा से क्षेत्र के हजारों लोग प्रभावित हो रहे हैं।
सड़क की जर्जर हालत को सुधारने के लिए, झाझा विधानसभा से जदयू विधायक दामोदर रावत पिछले कई वर्षों से प्रयासरत थे। उनकी कोशिशें आखिरकार रंग लाई हैं, और अब इस सड़क का निर्माण पथ निर्माण विभाग द्वारा करवाया जाएगा। इसके लिए विभाग ने 16.75 करोड़ की लागत से इस सड़क के चौड़ीकरण और मजबूतीकरण के लिए प्रशासनिक स्वीकृति दे दी है।
सड़क की समस्या: गड्ढों में सड़क या सड़क में गड्ढे?
यह सड़क पिछले कई वर्षों से खराब हालत में थी। हर साल बरसात के मौसम में स्थिति और बिगड़ जाती थी, जिससे यहां आने-जाने में लोगों को भारी कठिनाइयों का सामना करना पड़ता था। खराब सड़क के कारण न केवल यातायात प्रभावित होता था, बल्कि इससे लोगों की रोजमर्रा की जिंदगी पर भी असर पड़ता था। इस मार्ग से जुड़ी कई ग्राम पंचायतों के निवासियों ने अपनी समस्याओं को कई बार प्रशासन और जनप्रतिनिधियों के सामने रखा, लेकिन हाल तक किसी ने विशेष ध्यान नहीं दिया।
विधायक दामोदर रावत की कठिनाइयां और उनका प्रयास :
विधायक दामोदर रावत ने बताया कि इस सड़क का निर्माण पथ निर्माण विभाग से करवाने में काफी कठिनाइयों का सामना करना पड़ा। पहले यह सड़क ग्रामीण कार्य विभाग के अंतर्गत आती थी, और इसे पथ निर्माण विभाग के अंतर्गत लाने में कई साल लग गए। विधायक रावत ने कहा, "क्षेत्र की जनता से जो वादा किया था, वह आज पूरा हो रहा है। सड़क का पुनर्निर्माण और चौड़ीकरण होने से क्षेत्र के लोगों को राहत मिलेगी।"
पथ निर्माण विभाग की योजना:
पथ निर्माण विभाग के अनुसार, मांगोबंदर मोड़ से लेकर स्टेडियम मोड़ गिद्धौर तक की सड़क के लिए चौड़ीकरण और मजबूतीकरण कार्य किया जाएगा। यह कार्य कुल 5.825 किलोमीटर सड़क पर किया जाएगा, जिसका अनुमानित व्यय 16 करोड़ 75 लाख 74 हजार रुपये होगा। इस कार्य की निविदा प्रक्रिया जल्द ही शुरू की जाएगी। विभाग ने बताया कि सड़क के चौड़ीकरण और मजबूतीकरण के दौरान उच्च गुणवत्ता वाले निर्माण सामग्री का उपयोग किया जाएगा ताकि सड़क लंबे समय तक टिकाऊ और उपयोगी बनी रहे।
क्षेत्रवासियों की खुशी और उम्मीदें:
इस घोषणा के बाद क्षेत्र के लोगों में खुशी का माहौल है। लोग झाझा विधायक दामोदर रावत के इस प्रयास की सराहना कर रहे हैं। इस सड़क से जुड़े गांवों के लोग मानते हैं कि अब उन्हें बेहतर सड़क सुविधा मिलेगी, जो उनके रोजमर्रा के जीवन को सुगम बनाएगी। स्थानीय लोगों का कहना है कि यह सड़क कई महत्वपूर्ण ग्राम पंचायतों को जोड़ती है, और इसके पुनर्निर्माण से यहां के व्यवसाय, शिक्षा और स्वास्थ्य सेवाओं तक लोगों की पहुंच में भी सुधार होगा।
स्थानीय नेताओं और जनप्रतिनिधियों का बयान:
गौरा के पूर्व मुखिया राजेंद्र यादव ने इस अवसर पर कहा, "यदि सभी लोग अपने क्षेत्र के विकास और सामाजिक कार्यों में सहयोग करें, तो समाज में भेदभाव भी कम होगा और क्षेत्र का समुचित विकास होगा। झाझा विधायक दामोदर रावत और उनकी टीम के इस प्रयास से सड़क की स्थिति में सुधार होगा और इससे जुड़े गांवों के विकास का मार्ग खुलेगा।"
पर्यावरण संरक्षण के लिए पेड़ लगाने की भी अपील:
विधायक दामोदर रावत के इस पहल से प्रेरित होकर पर्यावरण संरक्षण के पक्ष में भी कदम उठाए जा रहे हैं। टीम की सदस्य काजल कुमारी ने कहा, "हम सभी को अपने आसपास पेड़ लगाने चाहिए ताकि पर्यावरण संरक्षण हो सके और क्षेत्र में हरियाली बनी रहे।"
प्रगति के साथ सामाजिक एकता और सहयोग का भी संदेश :
विधायक दामोदर रावत की इस पहल को समाज में सकारात्मक बदलाव की ओर एक कदम माना जा रहा है। इसके माध्यम से क्षेत्र के लोगों को यह संदेश भी दिया जा रहा है कि सामूहिक प्रयासों से ही समाज में बदलाव संभव है।
इस प्रकार गिद्धौर से मांगोबंदर को जोड़ने वाली इस सड़क के पुनर्निर्माण से जमुई के इस क्षेत्र में न केवल आवागमन आसान होगा, बल्कि सामाजिक और आर्थिक गतिविधियों में भी सुधार आएगा।
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