**झाझा के लोहजारा गांव में छठ घाट निर्माण पर विवाद, मनरेगा योजना के तहत निर्माण का संदेह**
सिटी संवाददाता : ब्रह्मदेव प्रसाद यादव
झाझा/जमुई : झाझा प्रखंड के सर्किल नम्बर एक के अंतर्गत कर्मा पंचायत के लोहजारा गांव में नदी के किनारे छठ घाट का निर्माण जारी है। लेकिन इस निर्माण को लेकर कई सवाल उठ खड़े हुए हैं, क्योंकि इस काम को किस योजना के तहत किया जा रहा है, इस पर कोई स्पष्टता नहीं है। ग्रामीणों का कहना है कि यह कार्य मनरेगा योजना के तहत हो रहा है, जबकि मनरेगा पदाधिकारी ने इसे अपनी जानकारी में न होने की बात कही है।
निर्माण स्थल पर नहीं लगी योजना की जानकारी :
गांव के नदी किनारे जहां छठ घाट बनाया जा रहा है, वहां न तो कोई बोर्ड लगा है और न ही योजना का नाम या अन्य जानकारी प्रदर्शित की गई है। ग्रामीणों का कहना है कि निर्माण में बंगला ईंट का इस्तेमाल किया जा रहा है, और स्थायित्व के लिए पानी वाले क्षेत्र में बोल्डर लगाए जा रहे हैं। हालांकि, यह स्पष्ट नहीं है कि इन सामग्रियों का उपयोग किन निर्देशों के तहत हो रहा है और इसे अधिकृत योजना में शामिल किया गया है या नहीं।
व्रतियों की सुविधा के लिए हो रहा निर्माण :
पंचायत समिति सदस्य ने बताया कि गांव के लोगों, खासकर महिलाओं के कहने पर छठ घाट का निर्माण शुरू किया गया है। छठ पर्व के समय व्रतियों को घाट न होने से परेशानी होती थी, इसलिए यह निर्माण उनकी सुविधा के लिए किया जा रहा है। उन्होंने यह भी कहा कि निर्माण कार्य को विरोध का सामना करना पड़ रहा है और यदि लोगों को आपत्ति है तो वे इसे रोक सकते हैं। समिति सदस्य ने यह भी कहा कि घाट का निर्माण जल्द से जल्द पूरा कर लिया जाएगा ताकि व्रती सुगमता से अर्घ्य दे सकें।
ग्रामीणों के आरोप और विरोध :
गांव के कुछ युवाओं द्वारा इस निर्माण का विरोध किया जा रहा है। स्थानीय लोगों का कहना है कि ये युवा निर्माण कार्य का विरोध इसलिए कर रहे हैं क्योंकि उन्हें इस कार्य में कमीशन नहीं मिला है। पंचायत समिति सदस्य और कुछ ग्रामीणों का कहना है कि छठ घाट का निर्माण समाज सेवा और छठ व्रतियों की सुविधा के लिए किया जा रहा है, और इसका उद्देश्य किसी तरह का लाभ नहीं बल्कि जनहित है।
मनरेगा योजना पर संदेह :
ग्रामीणों का दावा है कि यह कार्य मनरेगा योजना के तहत हो रहा है, लेकिन मनरेगा के अधिकारी ने इस निर्माण से अनभिज्ञता जताई है। मनरेगा योजना के तहत काम होने पर नियमों के अनुसार बोर्ड लगना अनिवार्य है, जो कि यहाँ पर अनुपस्थित है। ऐसे में, इस निर्माण की वैधता पर सवाल उठ रहे हैं और प्रशासनिक जांच की मांग की जा रही है।
छठ घाट के निर्माण को लेकर लोहजारा गांव में विवाद उत्पन्न हो गया है। एक ओर जहां व्रतियों की सुविधा के लिए घाट का निर्माण जरूरी माना जा रहा है, वहीं दूसरी ओर निर्माण की वैधता और इसके पीछे की योजना पर संदेह व्यक्त किया जा रहा है। प्रशासन से इस मामले में हस्तक्षेप की उम्मीद की जा रही है ताकि निर्माण कार्य की वास्तविकता और वैधता स्पष्ट हो सके।
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