**झाझा पुलिस ने अवैध शराब से भरी सफारी कार को जब्त किया, चालक अंधेरे का फायदा उठाकर फरार**
सिटी संवाददाता : ब्रह्मदेव प्रसाद यादव की रिपोर्ट
झाझा/जमुई : झाझा थाना पुलिस ने मंगलवार की रात गुप्त सूचना के आधार पर शराब तस्करी की एक बड़ी योजना को नाकाम कर दिया। पुलिस को सूचना मिली थी कि झारखंड राज्य के चास बोकारो से एक सफारी वाहन में बड़ी मात्रा में अवैध शराब गिद्धौर थाना क्षेत्र के गंगरा गांव में सप्लाई करने के लिए भेजी जा रही है। इस अभियान में पुलिस ने सक्रियता दिखाते हुए वाहन को पकड़ने की योजना बनाई। इस कार्रवाई में पुलिस ने शराब माफिया अंकित कुमार का नाम भी उजागर किया, जो अपने चालक अविनाश कुमार उर्फ बिट्टू के माध्यम से यह तस्करी करवा रहा था।
छापेमारी और पीछा करने की घटना :
सूचना के आधार पर झाझा पुलिस ने अपनी टीम को तैयार कर सोहजाना चौक के पास एक जाल बिछाया। जैसे ही संदिग्ध सफारी कार वहां पहुंची, पुलिस ने उसे रोकने का इशारा किया। पुलिस की मौजूदगी को भांपते हुए चालक ने तेजी से वाहन मोड़कर झाझा की ओर भागने की कोशिश की। इसके बाद पुलिस ने तत्काल उस वाहन का पीछा करना शुरू कर दिया।
रेलवे कॉलोनी के पास पहुंचते ही, जब चालक ने खुद को पुलिस से घिरा हुआ पाया, तो उसने चलती गाड़ी से कूद कर भागने का प्रयास किया। रेलवे कॉलोनी की अंधेरी गलियों का फायदा उठाकर चालक वहां से फरार होने में कामयाब हो गया।
सफारी कार से बड़ी मात्रा में अवैध शराब बरामद :
जब पुलिस टीम ने सफारी कार की तलाशी ली, तो उसमें शराब के कई कार्टन पाए गए। गाड़ी अवैध शराब से पूरी तरह भरी हुई थी। पुलिस ने वाहन और शराब को जब्त कर लिया है। प्रारंभिक जांच में यह सामने आया है कि शराब को गंगरा गांव में खपाने की योजना थी। इसके लिए झारखंड के बोकारो से शराब की तस्करी की जा रही थी।
पुलिस का बयान और आगे की कार्रवाई :
इस मामले पर झाझा थाना पुलिस ने बताया कि फरार चालक और इस शराब तस्करी के मास्टरमाइंड अंकित कुमार की तलाश की जा रही है। पुलिस ने विभिन्न क्षेत्रों में छापेमारी की योजना बनाई है ताकि इस अवैध तस्करी के पूरे नेटवर्क का पर्दाफाश किया जा सके। इसके साथ ही पुलिस अब यह भी जांच कर रही है कि इस तस्करी में और कौन-कौन लोग शामिल हैं।
पुलिस अधिकारियों के अनुसार, "झारखंड और बिहार में शराब की तस्करी को रोकने के लिए हम निरंतर निगरानी कर रहे हैं। इस प्रकार की तस्करी को अंजाम देने वाले अपराधियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।"
बिहार में शराबबंदी के बावजूद तस्करी की चुनौतियां :
बिहार में पूर्ण शराबबंदी लागू है, बावजूद इसके, अवैध शराब की तस्करी अभी भी एक बड़ी समस्या बनी हुई है। तस्कर झारखंड जैसे पड़ोसी राज्यों से अवैध तरीके से शराब लाकर बिहार में खपाने की कोशिश करते हैं। पुलिस लगातार इस प्रकार की गतिविधियों पर निगरानी बनाए हुए है, लेकिन सीमा के पास के इलाकों में शराब तस्करों की गतिविधियां रुकने का नाम नहीं ले रही हैं।
झाझा पुलिस द्वारा की गई इस कार्रवाई ने एक बार फिर साबित किया कि बिहार में अवैध शराब तस्करी पर लगाम लगाने के लिए पुलिस पूरी तरह से सतर्क है। हालांकि चालक का भाग जाना एक चिंता का विषय है, लेकिन पुलिस का मानना है कि जल्द ही आरोपी को गिरफ्तार कर लिया जाएगा और इस तस्करी के पीछे के पूरे नेटवर्क का खुलासा किया जाएगा।
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