शौच के लिए गई महिला पर जंगली भालूओं ने किया हमला
सिटी संवाददाता : पंकज बरनवाल
सोनो/जमुई : चरकापत्थर थाना अंतर्गत नक्सल प्रभावित क्षेत्र में वर्षों से रहते हुए जीवन-यापन कर रहे आदिवासी समुदाय आज भी भय और आतंक के साए में जीने को विवश है। क्षेत्र में एसएसबी की स्थापना के बाद नक्सलियों पर तो लगाम लगा दिया गया लेकिन पहाड़ी क्षेत्रों में रहने वाले वन्य जीवों का खतरा आदिवासी समुदायों पर बराबर बना रहता।
शनिवार की सुबह एक ऐसा ही मामला प्रकाश में आया जिसमें मरियम पहाड़ी क्षेत्र में रहने वाले टुडू समुदाय के लोग आम दिनों की तरह शौच के लिए घर से बाहर जंगल की ओर गए थे जिस दरम्यान तीन भालुओं के झुंड ने महिला पर हमला कर दिया। हमले से घबराई महिला की चीख-पुकार सुन परिजनों ने महिला की जान बचाई।
काल्पनिक नाम सोनी टुडू ने बताया कि सुबह 5:30 के आसपास वह अपने पति के साथ शौच के लिए गई थी इस दौरान भालूओं का झुंड भी पानी पीने के लिए तालाब की ओर आया जिसने महिला को अकेले देख हमला कर दिया। हमले में महिला के सिर और शरीर के कई अन्य हिस्से में काफी गंभीर चोटें भी आई।
पीड़िता के साथ हुए हादसे पर पति और भैंसुर ने वन विभाग को इस कार्य के लिए दोषी ठहराते हुए कहा कि पानी की समस्या के कारण जंगली जानवर अक्सर गांव के नजदीक बने तालाब तक पहुंच जाते हैं, जिससे जानवरों के हमले का खतरा हमेशा ही बना रहता है।
कई वर्ष पूर्व जानवरों के लिए जंगलों में तालाब और नहर का निर्माण किया गया था लेकिन अत्यधिक गर्मी के कारण वह सब सुख चुके जिस कारण पानी की तलाश में कई अलग-अलग तरह के जंगली जानवर गांव के आसपास देखे जाते हैं।
वन विभाग की टीम से समस्या के तत्काल समाधान की मांग करते हुए अपनी और जान-माल के सुरक्षा की गुहार लगाई।
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