स्कूल चारदीवारी निर्माण कार्य में हो रहा भ्रष्टाचार 10 व 12 एमएम सरिया की जगह 6 एमएम सरिया से खाड़ा किया जा पीलर
🔹चारदीवारी निर्माण कार्य में टुकड़ा व चार नंबर ईट का किया जा प्रयोग
🔹ग्रामीणों ने कहा निर्माणाधीन चारदीवारी में सिर्फ सरकारी राशि की जा रही बंदरबांट।
गिद्धौर (जमुई) : शिक्षा विभाग द्वारा जिले भर में चल रहे प्राथमिक व मध्य विद्यालयों के क्षतिग्रस्त भवन, वर्ग कक्ष का मरम्मती करण एवं स्कूलों में चारदीवारी का निर्माण करवाने का आदेश अधिकारियों को दे रखा रखा है।
शिक्षा विभाग द्वारा लाखों लाख रूपय खर्च कर इसकी कवायद भी शुरू कर दी है।प्रखंड भर के सरकारी विद्यालयों में पढ़ने वाले छात्र छात्राओं को गुणवत्ता पूर्ण शिक्षा ग्रहण करने के लिए मजबूत और सुरक्षित माहौल मिल सके। लेकिन शिक्षा विभाग के पदाधिकारी व कर्मी ही विभाग द्वारा चलाए जा रहे इन योजनाओं में सेंधमारी कर सरकारी राशि के बंदर बांट करने में लगे हुए है।
ताजा मामला प्रखंड के सेवा पंचायत अंतर्गत राजकीयकृत प्राथमिक विद्यालय पंडित टोला सेवा से सामने आया है। जहां विभागीय जेई के देख रेख में उक्त विद्यालय भवन परिसर को सुरक्षित रखने के लिए लगभग आठ लाख से अधिक की राशि खर्च कर विभाग से चयनित संवेदक द्वारा चार दिवारी का निर्माण कराया जा रहा है। हो रहे चारदीवारी निर्माण कार्य में विभागीय मापदंडों को ताक पर रख कराए जाने को ले पंडित टोला वासी सहित स्कूल प्रबंधन समिति के सदस्यों ने असंतोष जाहिर किया है।बताया जाता है की विद्यालय परिसर को सुरक्षित रखने के लिए लाखो रूपय खर्च कर विद्यालय के चारो ओर बाउंड्री वाल का निर्माण कार्य कराया जा रहा है।
लेकिन विभागीय जेई और उनके द्वारा नियुक्त संवेदक आपस में सांठ गांठ कर स्टीमेट में घाल मेल कर निर्माणाधीन बाउंड्री वाल के पीलर में 6 एमएम का लोहा लगा जैसे तैसे निर्माण कार्य को पूरा किया जा रहा है। और तो और बाउंड्री वाल निर्माण में चार नंबर ईट सहित टुकड़ा ईट का प्रयोग किया जा रहा है। जो भविष्य में उक्त विद्यालय में पढ़ने आने वाले छात्र छात्राओं के लिए खतरनाक साबित हो सकता है। खैर जो भी इन दिनों प्रखंड भर के स्कूलों में नवनिर्माण व जीर्णोद्धार के नाम पर विभागीय कर्मी ही सरकारी राशि के बंदरबांट में जुटे हुए है।
स्कूल के चारदीवारी निर्माण कार्य को मानक की अनदेखी कर करवाया जा रहा है। शिक्षा विभाग के जेई व संवेदक के मनमाने रवैय से निर्माणधीन चारदीवारी कभी भी क्षतिग्रस्त हो सकता है।जबकि कई बार मेरे द्वारा जेई से प्राक्लन के अनुसार निर्माण कार्य कराने की बात कही गई है। बावजूद इसके निर्माण कार्य में अनियमितता बरती जा रही है।
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