लेप्रोसी से जीते हैं, अब कोरोना को भी हराएंगे : जितेन्द्र - City Channel

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Wednesday, October 20, 2021

लेप्रोसी से जीते हैं, अब कोरोना को भी हराएंगे : जितेन्द्र

🔹 कोरोना रोधी टीका खुद लेकर औरों को भी कर रहे हैं जागरूक
🔹 विगत एक वर्ष से लेप्रोसी की खा रहे थे दवा।
Wash Your Hands Regularly, Wear Your Masks Properly & Maintain Safe Distance* 

सिटी ब्यूरो जमुई से राजीव रंजन की रिपोर्ट,

जमुई : ‘जहाँ चाह, वहाँ राह’ के कहावत को सिद्ध करने की जिसने ठान ली हो वह सफलता की कहानी आसानी से लिख लेता है। जिले के सदर प्रखंड के मनिअडडा गाँव के 24 वर्षीय जितेन्द्र कुमार मांझी ने कुछ ऐसा ही कर दिखाया है। इन्होंने विगत एक वर्ष तक राष्ट्रीय लेप्रोसी उन्मूलन कार्यक्रम के तहत दवा खायी और ठीक होकर दैनिक मजदूरी कर परिवार का पालन पोषण कर रहे हैं। इसी बीच वह कोरोना संक्रमण के बढ़ते प्रभाव से चिंतित तो हुए लेकिन डॉ. मनीष, चिकित्सा पदाधिकारी, से सलाह लेकर कोविड-19 का पहला टीका लिया | इसके साथ ही अपने परिवार के 9 सदस्यों (18 वर्ष से अधिक उम्र) को भी टीका दिलवाने में अग्रसर रहे।

जितेन्द्र कहते हैं – ‘‘मैंने लगातार एक वर्ष तक लेप्रोसी की दवा सम्बंधित स्वास्थ्य कर्मी के निर्देश  पर खायी और उससे जीते हैं। कोरोना को हराने के लिए 5 अगस्त को टीके का पहला डोज लिया हूँ। मुझे कोई परेशानी नहीं हुई।टीकाकरण कराना सिर्फ अपनी सुरक्षा तक सीमित नहीं है. बल्कि यह परिवार, समाज एवं देश को संक्रमण से बचाने की पहल भी है। आगामी 28 अक्टूबर को दूसरा डोज भी लूँगा।मेरा सभी से अपील है कि कोरोना रोधी टीका 18 वर्ष से अधिक सभी लोग लें ताकि इस महामारी को ख़त्म किया जा सके’’।
इस सम्बन्ध में सुनील कुमार, पारामेडिकल वर्कर, राष्ट्रीय लेप्रोसी उन्मूलन कार्यक्रम, ने बताया उक्त गाँव में दो लेप्रोसी मरीजों जीतेन्द्र और विनोद मांझी की पहचान की गयी। इन्हें जाँच के आधार पर पौसी बसिलरी ग्रेड -2 की दवा एक वर्ष तक खिलाई गयी| वे अब स्वस्थ हैं। ऐसे मरीजों को कोरोना रोधी टीका लेने में कोई दिक्कत नहीं है।
एक छोटी पहल भी बड़ी जागरूकता में हो सकती है तब्दील : 
सिविल सर्जन डॉ. अजय कुमार भारती कहते हैं कोमोर्बिडीटीज से लड़ रहे मरीजों को कोरोना रोधी टीका लेने से कोई स्वास्थ्य सम्बन्धी परेशानी नहीं है। जितेन्द्र जैसे जागरूक लेप्रोसी मरीज ने कोरोना का टीका लेकर इससे वंचित लाभार्थियों को सकारात्मक सन्देश देने का काम किया है। एक छोटी पहल भी बड़ी जागरूकता में तब्दील हो सकती है. सभी लाभार्थी कोविड-19 के ग्रामीण स्तर पर आयोजित टीकाकरण सत्रों या सदर अस्पताल में पहचान पत्र साथ लाकर टीका लें और सरकार के महाभियान को सार्थक बनायें। उन्होंने आग्रह किया कोरोना के संभावित तीसरे लहर से बचने के लिए मास्क लगाने और उचित दूरी को अवश्य अपनाएं। यह कोविड-19 का टीका लेने वालों के लिए भी बराबर जरूरी है।

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