सिटी संवाददाता सिमुलतला से मुकेश कुमार की रिपोर्ट
जमुई : राष्ट्रीय राज मार्ग 3333 ए बरबिग्घा से पंजवारा कुल 190 किलोमीटर बनने की लगभग प्रक्रिया पूरी हो चुकी है। एक ओर सड़क के डीपीआर को भी लोक समिति से मंजूरी मिल चुकी है, तो दूसरी ओर 900 करोड़ की राशि भी केंद्र सरकार द्वारा आंवटन कर दिया गया है।
विभागीय सूत्रों की माने तो यह सड़क 4 लेन वाली सड़क होगी जिसकी चौड़ाई 16 मीटर से 45 मीटर तक बनाया जा सकेगा जबकि औसतन चौड़ाई 40 मीटर ही माना जायेगा। वर्तमान सड़क के अलावे अतिरिक्त जमीन की आवश्यकता है जिसे भूअर्जन की प्रक्रिया के लिये रोड मैप तैयार किया जा चुका है। सड़क निर्माण विभाग ने कार्य को गति देने के लिये विगत शुक्रवार को जमुई में विभिन्न विभागों की मैराथन बैठक भी किया गया, जिसमें जिला के पदाधिकारी के साथ राष्ट्रीय राजमार्ग अथॉरिटीज ऑफ इंडिया {एनएचएआई} स्वेदक के कम्पनी के इंचार्ज व झाझा अंचलाधिकारी भी मौजूद थे। प्राप्त जानकारी के मुताविक उक्त सड़क निर्माण के लिये प्रस्तावित रोड मैप एनएच जमुई के सिकन्दरा से खैरा सोनो होते हुए पंचपहाड़ी से नया बायपास के साथ झाझा महापुर विद्यालय के पीछे से चाँय ग्राम से गुजरते हुए रजला व टहवा के मध्य झाझा-सिमुलतला वर्तमान मुख्य सड़क में मिलाया जाएगा, जहाँ से लोहिया चौक बाजार सिमुलतला बजार एवं सिंयाटाँड़ गांव की घनी आवादी वाली क्षेत्र के बीचो बीच एनएच 4 लेन पास करने की बात बताई जा रही है। जिसके कारण लोगों में काफी नारजगी भी देखा जा रहा है।
वहीं एनएच 4 लेन 333 ए को पास करने को लेकर लोहिया चौक पर वर्षो से बसे हुए बाजार के दुकानदार, सिमुलतला बाजार के दुकानदार एवं सियाटांड़ के ग्रामीणों का कहना है कि अगर उक्त सड़क को सिमुलतला के कटोरवा ब्रिज के पास से खाली पड़ा खेत, खलिहान, टाँड़ के गैरमजरूआ परती पर सड़क निर्माण करते हुए अमरपुरा के परती से खुरण्डा के खाली टाँड़ होते हुए मोहराड गांव के पास से पन्ना गांव के पीछे आवादी को कम नुकसान पहुंचाते हुए बिना आबादी वाला खाली पड़े लालढेंगा हाउस व रामकृष्ण मिशन होते हुए गोबरदाहा मोड़ में मिलान किया जाये तो क्षेत्र के आम आवाम को कम से कम नुकसान होगा। वहीं इस कार्य के लिए सरकार को कम से कम मुवाबजा देना पड़ेगा क्यों कि सुझाये गए नये रूट में बहुत कम खतियानी रैयत है जो लगभग भूखण्ड गैरमजरूआ से होते हुए पास किया जा सकता है। प्रस्तावित सड़क निर्माण से पीड़ित क्षेत्र के लोगों की माने तो सरकार की नोटबन्दी, जीएसटी, और लॉक डाउन से त्रस्त आम अवाम को उजाड़ना कोई जुल्म से कम नहीं होगा। विभाग एवं सरकार के प्रयास मात्र से सिमुलतला की तकदीर एवं ततवीर टूटने से बचाया जा सकता है। नई भूमि पर सड़क बनने से होगी। कई फायदे पहले तो बाजार उजड़ने से बचेगा तो दूसरी ओर भी नए बाजार बनने का सुनहरा मौका मिलेगा। साथ ही खाली पड़े जमीन भी महंगा हो जाएगा तो क्षेत्र के लोंगों को भी नये रोजगार करने में सहूलियत होगी। व्यवसायियों को भी व्यवसाय को विस्तार करने में सुविधाएं होगी।
Hii
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