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Tuesday, January 26, 2021

मेघा प्रिया को यंग इंटरप्रेन्योर इंडिया एचीवेरस फॉर्म ने किया सम्मानित


सिटी संवाददाता जमुई अभिषेक सिन्हा की रिपोर्ट 

जमुई : झाझा पिपराडीह निवासी रिटार्यड पुलिस इंस्पेक्टर की बेटी मेघा प्रिया सिंह को  ह्यूमनले इंडिया के संस्थापक अचीवर्स यंग से सम्मानित किया।मेघा प्रिया सिंह  स्वर्गीय राम किशोर प्रसाद सिंह की पोती व सेवानिवृत्त पुलिस अधिकारी श्री कृष्ण सिंह की बेटी हैं, जो जमुई (बिहार) के पिपराडीह झाझा के निवासी हैं।

 इस तरह की उपाधि मिलने से उन्होंने पूरे झाझा के लोगों को गर्व से सम्मानित किया है। उन्होंने इंडियन अचीवर्स फोरम द्वारा "यंग एंटरप्रेन्योर का खिताब जीता हैं। वह अपने शहर में बहुत कम  उम्र में इसे हासिल करने में कामयाब रही है। उसने अपनी स्कूली पढ़ाई संत जोसेफ स्कूल पढ़ाई की शुरूआत कि।जबकि आगे की शिक्षा डी. एस. एम. कॉलेज झाझा से प्राप्त किया और आज वह कई लोगों को रोजगार मुहैया कराई है।

इस उपलब्धि के लिए रिचलुक स्कूल के  डायरेक्टर श्री अभिषेक सिंह और महिला मोर्चा अभयक्ष, श्रीमती कंचन देवी, सुश्री मेघा को उनके भावी प्रयासों के लिए शुभकामनाएं दी वही सुश्री मेघा का मानना ​​है कि, यदि आप अपना दिल और दिमाग पूरी ईमानदारी से किसी कार्य मे लगाते हैं तो सब कुछ संभव है। इस विचारधारा का पालन करते हुए सुश्री मेघा प्रिया सिंह ने 16 साल की छोटी उम्र में नई चीजें सीखनी शुरू की, एविएशन, हॉस्पिटैलिटी और ट्रैवल स्पेस में अपने 11 साल के काम के अनुभव के साथ की उनकी सोच ने एक महिला को आगे बढ़ने की मिशाल कायम की। 

सुश्री मेघा सिंह कभी सोची भी नही थी कि वह एक उद्यमी बनना चाहती है। मेघा ने कही की दूसरों की मदद करने का जुनून असीम शांति और आनंद देता है।कोविड महामारी में, इस पेशे ने न केवल उसे दूसरों को रोजगार संकट से निपटने में मदद करने का मौका दिया, बल्कि कुछ मानवता भी दिखाई।  समाज और मानव जाति के लिए कुछ करने की उनकी ललक यही ​​नहीं रुकेगी, जब तक कि वह "मानव जाति भारत" से जुड़ा एक अनाथालय नहीं खोलेगी।

  ई-कॉमर्स, शिक्षा, निवेश, यात्रा, फैशन, खुदरा, फिटनेस, काम पर रखने, और सूर्य के नीचे सब कुछ हो, वे अपने आसपास की दुनिया को बदलने, अपने विचारों के साथ एक बदलाव लाने के लिए उत्साह और बेलगाम उत्साह के साथ आगे बढ़ रहे हैं।  समाधान जो कभी नहीं मांगे गए, बीमारियों और सामाजिक मानदंडों से लड़ते हैं, सफल उद्यम चलाते हैं और कई के लिए रोजगार पैदा करते हैं, और नए स्थायी पारिस्थितिक तंत्र को जन्म देते हैं।

 वह दृढ़ संकल्प था और नई चीजों को सीखने की जिज्ञासा ने उसे सफलता के शिखर पर पहुंचा दिया।  वह जानती थी कि कड़ी मेहनत का कोई विकल्प नहीं है और उसके लिए यह सिर्फ शुरुआत है। यह साबित करता है कि जहां इच्छा है वहां एक रास्ता है। आखिरकार, ह्यूमन दिया जाता है।  लेकिन इंसानियत एक विकल्प है। उन्होंने हाल ही में श्री डोनाल्ड बेंजामिन से खुशी-खुशी शादी की और बेंगलुरु में गर्व से अपना व्यवसाय चला रही हैं। मानवता को बढ़ावा देने के प्रयास में मेघा प्रिया सिंह आगे की ओर बढ़ रही हैं।


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