आइये जानते हैं किन-किन अधिकारियों का हुआ है चयन :
बताते चलें कि बिहार के जिन सात अफसरों का गृहमंत्री पदक के लिए चयन हुआ है उनमें सिकन्दरा प्रखंड के सिकंदरा बाजार निवासी बृजनंदन गुप्ता के सुपुत्र किशनगंज के एसपी कुमार आशीष के अलावा अन्य IPS अफसर हैं। वहीं इनके साथ ही निगरानी विभाग के इंस्पेक्टर विनोद कुमार पांडे और संजीव कुमार शामिल हैं। इनके अलावा सिकंदरा थाना के पूर्व थानाप्रभारी व बेगूसराय जिला बल के वर्तमान सब इंसपेक्टर विवेक भारती शामिल हैं। वहीं, सीबीआई के इंस्पेक्टर विभाग कुमारी, राकेश रंजन और परवेज आलम को भी सम्मानित किया जाएगा। यह भी बताते चलें कि ये पुरस्कार अनुसंधान में उत्कृष्टता के लिए प्रत्येक वर्ष गृह मंत्रालय द्वारा दी जाती है।
बता दें कि इस मौके पर कुमार आशीष के इस सम्मान से सिकंदरा प्रखंड वासी फुले नहीं समां रहे। वही सिकंदरा बाजार निवासी दिवाकर गुप्ता ,गगन गुप्ता, विक्की केशरी, बिनोद कुमार, दीपक केशरी सहित लोगो ने ख़ुशी जाहिर करते हुए कहा की उनके सम्मान से अपना प्रखंड व अपना जिला का नाम रौशन किये है। एक साथ सभी लोगो ने बधाई दी है !
आखिर किशनगंज के एसपी कुमार आशीष का चयन क्यों ?
पाठकों आपको बताते चलें कि गृह मंत्रालय द्वारा सम्मानित किए जाने वाले किशनगंज के एसपी कुमार आशीष बिहार कैडर के एकमात्र आईपीएस अफसर हैं। उन्हें ये सम्मान कोढ़ोबाड़ी सामूहिक दुष्कर्म मामले में किए गए अनुसंधान के लिए दिया जाएगा। मालूम हो कि इस मामले में एसपी कुमार आशीष ने त्वरित कार्रवाई करते हुए सभी सात आरोपियों को महज 30 घंटे के अंदर गिरफ्तार किया था। बल्कि इतना ही नहीं आठ महीने के अंदर सभी को आजीवन कारावास की सजा भी दिलायी थी। दरअसल, कोढ़ोबाड़ी थाना क्षेत्र में 12 फरवरी 2019 को सात लोगों ने पिता को बंधक बनाकर उनके सामने युवती के साथ सामूहिक दुष्कर्म किया था। मामला संज्ञान में आते ही एसपी के निर्देश पर आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए एसआइटी टीम का गठन किया। कुमार आशीष 2012 बैच के बिहार कैडर के आईपीएस हैं और अभी फिलहाल किशनगंज के एसपी हैं।
इस मामले के सफल उदभेदन के लिए एसपी कुमार आशीष सहित जिले के 16 पुलिसकर्मियों को सोनपुर में आयोजित बिहार पुलिस पारितोषिक वितरण समारोह में डीजीपी के द्वारा सम्मानित किया गया था। डीजीपी गुप्तेश्वर पांडे ने सभी पुलिस कर्मियों को नगद राशि और प्रशस्ति पत्र प्रदान किया था।
सम्मानित होने वालों में बिहार केअन्य अफसर :-
1994 बैच के इंस्पेक्टर विनोद कुमार पांडेय और संजीव कुमार की पोस्टिंग वर्तमान में पटना स्थित निगरानी अन्वेषण ब्यूरो में हैं। अब तक इन दोनों की टीम कई घूसखोर सरकारी कर्मचारियों को रंगे हाथों पकड़ने में कामयाब रहा चुके हैं। वहीं, बेगूसराय में पोस्टेड 2009 बैच के सब इंस्पेक्टर विवेक भारती का परफॉर्मेंस अब तक काफी बढ़िया रहा है जिसका इनाम उनको मिल रहा है।
राकेश रंजन को भी गृह मंत्री द्वारा दिया जाएगा सम्मान
सीबीआई इंस्पेक्टर राकेश रंजन जो बिहार के रहनेवाले उनको भी कर्नाटक के चर्चित योगेश गौड़ा हत्याकांड को सुलझाने के लिए गृह मंत्री के पदक से सम्मानित किया जाएगा।
मुजफ्फरपुर कांड के लिए विभा कुमारी भी सम्मानित होंगी :-
गृह मंत्रालय द्वारा अनुसंधान में उत्कृष्टता को लेकर दिए जानेवाले पदक हेतु सीबीआई के 15 अफसरों का चयन किया गया है। जिनमें मुजफ्फरपुर बालिका गृह कांड में त्वरित और शानदार अनुसंधान के लिए सीबीआई की पटना में तैनात इंस्पेक्टर विभाग कुमारी का भी नाम शामिल हैं। बल्कि इस बहुचर्चित मामले में सीबीआई की जांच के बाद मुख्य अभियुक्त ब्रजेश ठाकुर समेत 19 लोगों को सजा सुनाई गई थी।
परवेज आलम को भी गृह मंत्री द्वारा दिया जाएगा सम्मान :
बताते चलें कि झारखंड में युवती की जघन्य हत्या के केस को सुलझाने को लेकर सीबीआई इंस्पेक्टर परवेज आलम का भी चयन गृह मंत्री द्वारा दिए जानेवाले पदक के लिए चुना गया है। यह बताते चलें कि इस केस को सुलझाने के लिए 11 लोगों के ब्लैड सैंपल लिए गए थे और डीएनए प्रोफाइलिंग कराने के बाद अभियुक्त राहुल कुमार की इस घटना में संलिप्ता साबित हुई थी।
किस राज्य से कितने अफसर किये जाएंगे सम्मानित
देशभर के विभिन्न राज्य पुलिस एवं केंद्रीय अनुसंधान संगठनों के 21 महिला अधिकारियों सहित कुल 121 अधिकारियों को यह पदक दी जायेगी। जिसमें सीबीआई के 15, दिल्ली के छह, उत्तर प्रदेश के आठ, मध्यप्रदेश के 10, महाराष्ट्र के 10, बंगाल के सात, राजस्थान के छह, केरल के आठ, एनआईए के पांच, तमिलनाडु के छह और शेष अन्य प्रदेशों एवं केन्द्र शासित प्रदेशों व जांच एजेंसियों से संबंधित पुलिस कर्मी है शामिल हैं। पुरस्कृत पुलिस कर्मियों में 21 महिला पुलिस अधिकारी भी शामिल हैं।
क्यों दिएजाते है ऐसे पदक :
गृह मंत्रालय द्वारा अनुसंधान में उत्कृष्टता को लेकर केन्द्रीय जांच एजेंसियों के साथ राज्य व केन्द्र शासित प्रदेशों की पुलिस एजेंसियों के अफसरों को पदक प्रदान करने के लिए इस योजना की शुरुआत की गई है। इस योजना की शुरुआत के पीछे का उद्देश्य आपराधिक घटनाओं की जांच में उच्च पेशेवर मानकों को प्रोत्साहित करना और पुलिस अधिकारियों द्वारा जांच के दौरान प्रदर्शित की गई उत्कृष्टता को एक बेहतर पहचान दिलाना है।
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