सिटी संवाददाता : पंकज बरनवाल
सोनो, जमुई : बटिया थाना क्षेत्र के ग्राम बटिया में रविवार को उस समय कोहराम मच गया जब 24 वर्षीय उत्तम कुमार का शव घर पहुंचा। मृतक के पिता वीरेंद्र बरनवाल के इकलौते पुत्र उत्तम की मौत की खबर सुनते ही पूरा गांव शोकाकुल हो उठा। मां लक्ष्मी देवी, पिता और बहनों की चीत्कार से माहौल गमगीन हो गया।
जानकारी के अनुसार, उत्तम कुमार शुक्रवार को कपड़े खरीदने के लिए कोलकाता गया था और रविवार को लौटते समय हादसे का शिकार हो गया। झाझा रेलवे थाना पुलिस ने रविवार सुबह परिजनों को सूचना दी कि सतीघाट रेल लाइन के पास एक युवक का शव मिला है। सूचना मिलते ही परिजन आनन-फानन में थाना पहुंचे, जहां शव की शिनाख्त उत्तम कुमार के रूप में हुई।
जीआरपी पुलिस ने बताया कि युवक ट्रेन की चपेट में आने से काल का ग्रास बना। कागजी प्रक्रिया पूरी करने के बाद शव को पोस्टमार्टम के लिए जमुई भेजा गया। घर लाने के बाद शव देखते ही परिजनों में चीख-पुकार मच गई। उत्तम कुमार की मौत से माता-पिता के बुढ़ापे का सहारा छिन गया। उनकी दोनों बहनें—शबनम कुमारी और पूजा कुमारी—भाई की लाश देखकर बेसुध हो रहीं थीं।
ग्रामीणों के अनुसार, उत्तम कुमार सरल स्वभाव का युवक था और परिवार का सहारा था। उसके असामयिक निधन ने पूरे गांव को स्तब्ध कर दिया। शव पहुंचते ही लोगों की भीड़ उमड़ पड़ी। घर-घर से महिलाएँ और पुरुष परिजनों को ढांढस बंधाने पहुंचे।
शोक संतप्त परिवार को सांत्वना देने कई राजनीतिक और सामाजिक लोग भी पहुंचे। राजद की पूर्व विधायक सावित्री देवी, झामुमो के पूर्व प्रत्याशी ओंकार नाथ बरनवाल, पैक्स अध्यक्ष शुकदेव यादव, समाजसेवी लालू बरनवाल, विनोद बरनवाल, सुधीर बरनवाल, विजय बरनवाल, आशीष बरनवाल, देवानंद बरनवाल, रंजीत बरनवाल, नागेश्वर यादव, रोहित बरनवाल, कामदेव यादव, नंदलाल बरनवाल सहित दर्जनों प्रबुद्ध जनों ने पहुंचकर गहरी संवेदना व्यक्त की।
गांव के लोग कह रहे हैं कि भगवान ने परिवार का चिराग बुझा दिया है। इकलौते बेटे की मौत ने परिवार को गहरे संकट में डाल दिया है। इस घटना से पूरे इलाके में मातम छा गया है और लोग शोकाकुल परिवार के साथ खड़े हैं।
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