जमुई का बेटा शैलेश कुमार वर्ल्ड पैरा एथलेटिक्स में गोल्ड मेडलिस्ट, बिहार और देश का बढ़ाया मान
जमुई : जमुई जिले के इस्लामनगर (ई.अलीगंज) गांव के लाल शैलेश कुमार ने इतिहास रच दिया है। दिल्ली में आयोजित 12वीं वर्ल्ड पैरा एथलेटिक्स चैंपियनशिप 2025 में उन्होंने टी-63/42 हाई जंप स्पर्धा में स्वर्ण पदक जीतकर बिहार ही नहीं बल्कि पूरे देश का परचम लहराया।
शैलेश की इस ऐतिहासिक उपलब्धि पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने उन्हें बधाई देते हुए कहा कि राज्य सरकार खेल पुरस्कार योजना के तहत उन्हें 75 लाख रुपए और प्रशस्ति पत्र से सम्मानित करेगी। मुख्यमंत्री ने कहा – “शैलेश की जीत बिहार में खेलों के बदलते परिदृश्य की मिसाल है।”
बिहार पैरा स्पोर्ट्स एसोसिएशन के अध्यक्ष सह पैरालंपिक कमिटी ऑफ इंडिया के एसोसिएट उपाध्यक्ष डॉ. शिवाजी कुमार ने इसे “कठिन परिश्रम और संकल्प का परिणाम” बताते हुए कहा कि शैलेश की उपलब्धि आने वाली पीढ़ियों के लिए प्रेरणा है।
नामी समाजसेवियों एवं गणमान्य लोगों ने कहा कि “शैलेश ने सफलता की कहानी को स्वर्णाक्षरों में लिखा है। यह जमुई की मिट्टी के लाल की ऐतिहासिक उपलब्धि है।साथ ही शैलेश को बधाई दी।
गौरतलब है कि शैलेश कुमार इससे पहले चीन में 2023 के पैरा एशियन गेम्स में गोल्ड और 2024 की वर्ल्ड पैरा एथलेटिक्स चैंपियनशिप में सिल्वर जीत चुके हैं। मुख्यमंत्री के “मेडल लाओ–नौकरी पाओ” योजना के तहत वे वर्तमान में सरकारी सेवा में कार्यरत हैं। फिलहाल अवकाश लेकर पूरी तरह प्रशिक्षण और खेल पर केंद्रित हैं।
जमुई का यह बेटा आज देश का गौरव बन गया है। शैलेश की यह जीत हर युवा खिलाड़ी के लिए प्रेरणा है कि कठिन परिश्रम और समर्पण से असंभव को भी संभव बनाया जा सकता है।
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