रेलवे प्रशासन की लापरवाही से उजागर हुई संवेदनहीनता, ट्रेन से कटकर युवक की मौत, शव घंटों तक पड़ा रहा, कई ट्रेनें गुजरीं
सिटी संवाददाता : ब्रह्मदेव प्रसाद यादव
रेलवे प्रशासन की लापरवाही उजागर
दुर्घटना के बाद रेल प्रशासन की भारी लापरवाही सामने आई। मृतक का शव घंटों तक रेलवे ट्रैक पर पड़ा रहा, और इस दौरान कई ट्रेनें उसके ऊपर से गुजरती रहीं। स्थानीय लोगों में इस लापरवाही को लेकर गहरा आक्रोश है।
घटनास्थल पर पुलिस की कार्रवाई
प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, जैसे ही ट्रेन नजदीक आई, युवक पटरी पर लेट गया, जिससे ट्रेन के गुजरते ही उसकी मौके पर ही मौत हो गई। स्थानीय लोगों ने घटना की सूचना डायल 112 और झाझा थाना को दी, जिसके बाद एएसआई मुकेश कुमार सिंह पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंचे।
पुलिस को शव दो टुकड़ों में कटा हुआ मिला, जिसे कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए जमुई सदर अस्पताल भेज दिया गया।
पारिवारिक विवाद बना आत्महत्या की वजह
मृतक के चाचा मोती रविदास और बोड़वा पंचायत के सरपंच हैदर अली ने बताया कि मुकेश की शादी दो साल पहले हुई थी और उसकी छह महीने की एक बेटी भी है। शादी के बाद से ही उसकी पत्नी मायके में रह रही थी। हाल ही में एक सप्ताह पूर्व पंचायत के फैसले के बाद वह ससुराल आई थी।
परिवार में लंबे समय से तनाव चल रहा था, जिससे परेशान होकर मुकेश ने यह कदम उठाया।
रेलवे प्रशासन का स्पष्टीकरण
जब रेलवे स्टेशन मास्टर रविकांत माथुरी से पूछा गया कि शव के ऊपर से ट्रेनें क्यों गुजरती रहीं, तो उन्होंने बताया कि घटना की सूचना 9:10 बजे कंट्रोल के माध्यम से मिली। यदि सूचना पहले मिली होती, तो शव हटाए जाने तक अप लाइन पर ट्रेन परिचालन रोक दिया जाता।
पुलिस की जांच जारी
फिलहाल पुलिस मृतक के परिजनों से पूछताछ कर रही है और सभी संभावित पहलुओं की बारीकी से जांच कर रही है। आत्महत्या के पीछे पारिवारिक विवाद को मुख्य कारण माना जा रहा है।
स्थानीय जनता में आक्रोश
स्थानीय लोगों का कहना है कि रेल प्रशासन को सूचना मिलते ही तत्काल कार्रवाई करनी चाहिए थी ताकि शव का अपमान न हो और पीड़ित परिवार को न्याय मिले। रेलवे की संवेदनहीनता ने लोगों को झकझोर कर रख दिया है, और इस घटना के बाद प्रशासन पर कई सवाल उठ रहे हैं।
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