प्रखंड मुख्यालय में खरीफ महा अभियान के दौरान खरपतवार नियंत्रण की दी गई जानकारी, अग्रणी किसानों को खेती को लेकर जागरूक करने का अनुरोध
सिटी संवाददाता : सौरभ मिश्रा
खैरा/जमुई : खैरा प्रखंड मुख्यालय स्थित सभागार परिसर में सोमवार को खरीफ महाअभियान का आयोजन किया गया जिसका उद्घाटन प्रखंड विकास पदाधिकारी चंदन कुमार, प्रखंड कृषि पदाधिकारी चक्रवर्ती मलखान ने संयुक्त रूप से दीप प्रचलित कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया।
उपस्थित किसानों को खेती से संबंधित कई सारी जानकारियां दी गई। इस दौरान खरीफ फसल की अच्छी पैदावार और खरपतवार नियंत्रण को लेकर कृषि वैज्ञानिकों ने किसानों को टिप्स दिए। पदाधिकारियों ने किसानों को बताया कि खरीफ के दौरान मुख्य रूप से धान की खेती की जाती है।
इसके अलावा मक्का, बाजरा, सोयाबीन, तील, अरहर और अन्य सब्जियों की भी खेती होती है लेकिन पूरे इलाके में बड़े पैमाने पर धान की खेती होती है. जिसमें खरपतवार सबसे बड़ी समस्या है। उन्होंने बताया कि धान की फसल को खरपतवार से करीब 29 प्रतिशत नुकसान होता है जबकि बीमारियों से 25 प्रतिशत और कीड़े धान की फसल को 22 प्रतिशत नुकसान पहुंचाते हैं।
वहीं किसान मानते हैं कि खेतों की जुताई करने के बाद अगर घास को उसमें दबा दिया जाए तब वह सड़ जाते हैं और उसे खरपतवार का नियंत्रण हो सकता है, किंतु ऐसा नहीं है। उसके के लिए हरवीसाइड मौजूद हैं।
इस दौरान प्रखंड विकास पदाधिकारी चंदन कुमार चक्रवर्ती ने कहा कि आज के दौर में खेती में सबसे बड़ी चुनौती कम लागत में अधिक पैदावार करने की है। लोग पारंपरिक खेती की तरफ अभी भी झुकाव रखते हैं जबकि व्यावसायिक खेती को अपनाकर लोग अपने आप को अधिक सुदृढ़ बना सकते हैं।
उन्होंने कहा कि जैविक खेती भी किसानों के लिए एक अच्छा ऑप्शन हो सकता है। इसके लिए सरकार किसानों को सब्सिडी भी देती है। कृषि सलाहकार निर्मल कुमार ने किसानों से कहा कि आप लोग मिट्टी का जांच कर ही खेती करें जिससे फायदा भी अधिक होगी।
मौके पर किसानों को खरीफ मौसम में उपजाए जाने वाले सभी फसलों के बारे में विस्तृत जानकारी दी गई। कार्यक्रम में प्रखंड कृषि पदाधिकारी, सहायक तकनीकी प्रबंधक, कृषि समन्वयक संतोष कुमार, किसान सलाहकार, मुरारी लाल मंडल, पंकज कुमार, रंजीत कुमार, लेखापाल चंदन आदित्य, बी.टी.एम सूरज कुमार, अमन कुमार सहित सैकड़ों किसानों ने भाग लिया।
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