जमुई डीएम ने पीएचईडी विभाग के साथ की समीक्षा बैठक, नल-जल योजना प्रभावित होने पर कार्रवाई की चेतावनी
सिटी ब्यूरो रिपोर्ट : राजीव रंजन/राकेश
कुमार जमुई : जमुई जिले में जलापूर्ति व्यवस्था को लेकर जिला प्रशासन पूरी तरह सतर्क है। आज समाहरणालय परिसर स्थित अपने कार्यालय कक्ष में जिला पदाधिकारी श्रीमती अभिलाषा शर्मा, भारतीय प्रशासनिक सेवा की अध्यक्षता में लोक स्वास्थ्य अभियंत्रण विभाग यानी पीएचईडी विभाग के साथ एक महत्वपूर्ण समीक्षा बैठक आयोजित की गई।
इस बैठक में डीएम ने जिले में गर्मी के मौसम में उत्पन्न जल संकट की संभावनाओं को ध्यान में रखते हुए अधिकारियों को सख्त निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि इस बढ़ती गर्मी के मौसम में उल्लू के प्रकोप जैसी समस्याएं सामने आ रही हैं, जिससे लोगों को नल जल योजनाओं पर और अधिक निर्भर रहना पड़ रहा है। ऐसे में किसी भी स्थिति में नल-जल योजना बाधित नहीं होनी चाहिए।
डीएम ने स्पष्ट चेतावनी दी कि यदि किसी क्षेत्र में तीन दिनों से अधिक समय तक नल-जल सेवा बाधित रहती है, तो उस क्षेत्र के कनीय अभियंता और सहायक अभियंता के विरुद्ध कड़ी कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने जल स्रोतों की जांच और मरम्मत के लिए भी विशेष अभियान चलाने का निर्देश दिया, ताकि जलापूर्ति लगातार बनी रहे।
बैठक में अपर समाहर्ता जमुई के साथ-साथ पीएचईडी विभाग के कार्यपालक अभियंता, सहायक अभियंता, कनीय अभियंता सहित अन्य संबंधित पदाधिकारी भी उपस्थित रहे।
जिलाधिकारी ने अधिकारियों को निर्देश देते हुए कहा कि जल आपूर्ति को सुचारू बनाए रखने के लिए सभी तकनीकी उपाय किए जाएं और शिकायतों का त्वरित समाधान सुनिश्चित किया जाए।
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