अवैध बालू उत्खनन के खिलाफ जमुई में एक दिवसीय धरना, प्रशासन पर साठगांठ का आरोप
सिटी संवाददाता : ब्रह्मदेव प्रसाद यादव
झाझा/जमुई : जमुई जिले में जारी अवैध बालू उत्खनन के खिलाफ आज अंबेडकर प्रतिमा स्थल प्रांगण में वन, पर्यावरण एवं नदी संरक्षण समिति के बैनर तले एक दिवसीय धरना आयोजित किया गया। कार्यक्रम की अध्यक्षता पूर्व प्रमुख श्रवण यादव ने की जबकि संचालन नव युवक संघ के संयोजक गौरव सिंह राठौड़ ने किया।
धरने में शामिल वक्ताओं ने अवैध बालू खनन से हो रही जन-धन की हानि पर चिंता व्यक्त करते हुए कहा कि संवेदक सरकार द्वारा तय मापदंडों का उल्लंघन कर रहे हैं। निविदा में अधिकतम तीन फीट की गहराई तक खनन की अनुमति है, जबकि ज़मीन में तीस फीट तक गड्ढे खोदे जा रहे हैं।
समिति के संयोजक कुणाल सिंह ने आरोप लगाया कि जिला प्रशासन और बालू माफिया के बीच मिलीभगत के कारण यह अवैध उत्खनन धड़ल्ले से जारी है। उन्होंने चेतावनी दी कि जब तक सरकार ठोस कार्रवाई नहीं करती, आंदोलन जारी रहेगा।
गौरव सिंह राठौड़ ने जानकारी दी कि शीघ्र ही दस सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से मुलाकात कर ज्ञापन सौंपेगा। उन्होंने खैरा प्रखंड अंतर्गत गम्हरिया गांव में अवैध खनन से बने गड्ढे में डूबने से 19 वर्षीय युवक जफ़्फार अंसारी की मौत का ज़िक्र करते हुए कहा कि इस घटना के बाद कुछ गाड़ियों में आगजनी हुई, जिसमें निर्दोष लोगों को फंसाया गया जबकि असली दोषी बालू माफिया से जुड़े लोग थे।
धरने में यह भी कहा गया कि बालू लदे ट्रकों से होने वाली सड़क दुर्घटनाओं में अब तक मृतकों को मुआवज़ा नहीं मिल पाया है, जिससे जनता में आक्रोश है।
धरने में उपस्थित लोगों ने चेतावनी दी कि यदि शीघ्र ही बालू खनन पर रोक नहीं लगी, तो आगे व्यापक आंदोलन और भूख हड़ताल की जाएगी।
मौके पर सुखदेव वेद, विमल मिश्रा, अनतुल मियां, अनिल रावत, रवि कुमार, धर्मवीर झा, संजय झा, राजीव नयन झा, सचिदानंद मंडल, विजय रावत, अमित कुमार, पंकज कुमार, किशोर कुमार, रामधनी यादव, लट्टू पासवान, सिकंदर दास सहित बड़ी संख्या में लोग उपस्थित रहे।
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