**भगवान बिरसा मुंडा की 150वीं जयंती पर **प्रधानमंत्री मोदी का आगमन: समाजसेवी डॉ. एम. एस. परवाज ने साझा की तैयारियां और विचार**
प्रख्यात समाजसेवी डॉ. एम. एस. परवाजसिटी संवाददाता : ब्रह्मदेव प्रसाद यादव
जमुई : जमुई जिले के खैरा प्रखंड स्थित नारियाना पुल के पास भगवान बिरसा मुंडा की 150वीं जयंती पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आगमन की तैयारियां जोरों पर हैं। यह ऐतिहासिक अवसर 15 तारीख को आयोजित होगा, जहां प्रधानमंत्री भगवान बिरसा मुंडा को श्रद्धांजलि अर्पित करेंगे और आदिवासी एवं वनवासी समुदाय के बुजुर्गों, महिलाओं और युवाओं को संबोधित करेंगे।
इस अवसर पर जमुई के प्रख्यात समाजसेवी डॉ. एम. एस. परवाज ने तैयारियों के बारे में विस्तार से जानकारी साझा की। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री का यह दौरा आदिवासी समुदाय के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण है और उनके आगमन से समुदाय के अधिकारों, संस्कृति, और समर्पण को सम्मान मिलेगा। डॉ. प्रवाज ने कहा, "भगवान बिरसा मुंडा का जीवन और संघर्ष हमें हमेशा प्रेरित करता है। उनकी जयंती पर प्रधानमंत्री का आगमन आदिवासी समाज के लिए गर्व का पल है।"
समाजसेवी डॉ. एम. एस. परवाज की विशेष तैयारियां :
डॉ. एम. एस. परवाज ने बताया कि इस महत्वपूर्ण अवसर पर सभी तैयारियों को सुव्यवस्थित करने पर विशेष ध्यान दिया गया है। उन्होंने यह भी कहा कि प्रधानमंत्री का संबोधन आदिवासी समाज के इतिहास, संस्कृति, और उनके योगदान को नए दृष्टिकोण से समझने का अवसर प्रदान करेगा। कार्यक्रम स्थल पर समाजसेवी की ओर से विशेष व्यवस्था की गई है ताकि आदिवासी समुदाय के बुजुर्ग, महिलाएं, और युवा इस कार्यक्रम में आसानी से भाग ले सकें।
डॉ. परवाज ने कहा, "हमने आदिवासी समुदाय के लोगों के लिए बैठने, पेयजल, और शौचालय जैसी आवश्यक सुविधाओं का पूरा ख्याल रखा है। हमारा उद्देश्य है कि भगवान बिरसा मुंडा की जयंती का यह आयोजन न केवल आदिवासी समाज को सम्मानित करने का प्रतीक बने, बल्कि उनके भविष्य की संभावनाओं और अवसरों का भी मार्ग प्रशस्त करे।"
प्रधानमंत्री का संबोधन : आशाएं और अपेक्षाएं
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के इस विशेष दौरे पर समाज के सभी वर्गों में एक नया उत्साह देखने को मिल रहा है। डॉ. परवाज ने प्रधानमंत्री से यह अपेक्षा व्यक्त की कि उनका संबोधन और उनकी उपस्थिति आदिवासी समाज के उत्थान में अहम योगदान देगी। उन्होंने कहा, "यह आयोजन भगवान बिरसा मुंडा के आदर्शों को नई पीढ़ी तक पहुंचाने का प्रयास है और हम उम्मीद करते हैं कि प्रधानमंत्री के विचारों से समाज में एक सकारात्मक बदलाव आएगा।"
डॉ. परवाज और उनके सहयोगियों ने प्रधानमंत्री के आगमन के साथ ही भगवान बिरसा मुंडा के सिद्धांतों और उनके संघर्ष को स्मरण करने और उनका अनुसरण करने की प्रेरणा देने का उद्देश्य रखा है। आदिवासी समाज को इस आयोजन में विशेष रूप से शामिल करने के लिए स्थानीय समुदाय के बुजुर्गों, महिलाओं और युवाओं को आमंत्रित किया गया है, ताकि वे इस ऐतिहासिक क्षण के साक्षी बन सकें।
सुरक्षा और व्यवस्थाओं पर जोर :
सुरक्षा और अन्य आवश्यक व्यवस्थाओं को सुचारू रूप से चलाने के लिए प्रशासनिक स्तर पर विशेष ध्यान दिया गया है। डॉ. एम. एस. परवाज ने यह भी सुनिश्चित किया है कि आदिवासी समुदाय के लोग बिना किसी असुविधा के इस आयोजन में भाग ले सकें। प्रधानमंत्री की उपस्थिति और भगवान बिरसा मुंडा के प्रति श्रद्धा व्यक्त करने के इस विशेष आयोजन को सफल बनाने में डॉ. प्रवाज और उनकी टीम कोई कसर नहीं छोड़ रही है।
भगवान बिरसा मुंडा की 150वीं जयंती पर प्रधानमंत्री मोदी के संबोधन से आदिवासी समाज के लोग विशेष उम्मीदें लगाए बैठे हैं, और समाजसेवी डॉ. एम. एस. परवाज की तैयारियां इस महत्वपूर्ण अवसर को एक सफल और यादगार आयोजन बनाने में अहम भूमिका निभा रही हैं।
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