विभिन्न समस्याओं से जूझती आंगनबाड़ी सेविकाएं
सिटी संवाददाता : सौरभ मिश्रा
खैरा/जमुई : जमुई जिला के विभिन्न बाल विकास परियोजना केंद्र में संचालन दशकों से किया जा रहा है मगर केंद्रो पर अनिवार्य आवश्यक साधनों की कमी महसूस की जा रही है और उक्त समस्याओं से सेविकाएं दशकों से जूझ रही है।
केंद्र पर बच्चों के लिए पोषाहार बनाने के लिए पर्याप्त बर्तन नहीं है केंद्र की सफाई के लिए झाड़ू एवं वाशिंग पाउडर नहीं मिलता है।
जमुई जिला जेपी सेनानी संघ के अध्यक्ष शिवनंदन सिंह जेपी सेनानी सियाराम मंडल ने सूबे के समाज कल्याण मंत्री बिहार सरकार एवं सचिव समाज कल्याण को दिए आवेदन में उक्त बातें कही है।उन्होंने कहा कि दशकों से दर्जनों केंद्र भाड़े के मकान में संचालित हो रहा है लेकिन अब तक उसके लिए भाड़ा का भुगतान नहीं किया गया है।
सेविकाओं को दिए गए मोबाइल घटिया किस्म का है जो बराबर खराब होते रहता है। प्रतिमाह उक्त मोबाइल में 210 का रिचार्ज होता है जबकि भुगतान 200 दिया जाता है। गोदाम से चावल या अन्य सामान लाने के लिए भाड़े का भुगतान नहीं किया जाता है। लेखन सामग्री भी नहीं दिया जाता है।
परियोजना कार्यालय परिसर में शौचालय एवं पेयजल की व्यवस्था नहीं है। खैरा परियोजना अंतर्गत कई केंद्रो को पानी टंकी जल आपूर्ति के लिए दिया गया था वह टंकी केंद्र पर अथवा सेविका के घर की शोभा बढ़ा रहा है उस टंकी में जलापूर्ति कहां से की जाएगी इसकी कोई व्यवस्था नहीं है।
सभी सेविकाओं को महीना में 4 से 5 बार कार्यालय बुलाया जाता है, मगर उसका यात्रा भत्ता भी नहीं दिया जाता है। उक्त समस्याओं से सेविका बराबर परेशान रहती हैं। उन्होंने माननीय मंत्री एवं माननीय सचिव से मांग किया है कि उक्त समस्याओं का निदान शीघ्र किया जाए ताकि केंद्र के संचालन में सेविकाओं को कोई कठिनाई न हो।
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