● सिविल सर्जन सभागार में मीडिया कर्मियों के साथ परिवार नियोजन पखवाड़े के उद्देश्यों पर की गई चर्चा
● 14 जनवरी से 31 जनवरी तक के मिशन परिवार विकास कार्यक्रम की सफलता के लिए सुझाये गए बिंदुओं पर बनी कार्ययोजना
सिटी ब्यूरो राजीव रंजन की रिपोर्ट
जमुई : सोमवार को सिविल सर्जन सभागार कक्ष में जिला स्वास्थ्य समिति द्वारा एक दिवसीय मिडिया कार्यशाला का आयोजन सेन्टर फार एडवोकेसी एंड रिसर्च और केयर इंडिया के सहयोग से किया गया।
कार्यक्रम की शुरुआत उपस्थित सिविल सर्जन डॉक्टर विजयेंद्र सत्यार्थी, अस्पताल उपाधीक्षक डॉक्टर सैयद नौशाद अहमद, अवर-मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉक्टर रमेश प्रसाद, जिला कार्यक्रम प्रबंधक, सुधांशु नारायण लाल, केयर इंडिया जिला टीम लीडर, संजय कुमार सिंह और जिला एपीडेमियोलोजिस्ट, शमीम अख्तर ने संयुक्त रूप से दीप प्रज्वलित कर किया।
सी•फा•र• के डिविजनल कोर्डिनेटर शिव शंकर ने सभी आगन्तुकों का स्वागत किया और मिडिया कार्यशाला के उद्देश्यों पर चर्चा करते हुए केयर इंडिया के जिला टीम लीडर संजय कुमार सिंह को पावर प्वाइन्ट प्रस्तुति के माध्यम से परिवार नियोजन के तकनीकी पक्ष हेतु आमंत्रित किया।मौके पर प्रस्तुति सिलसिलेवार तरीके से करते हुए जिले में विगत कुछ वर्षों से विभिन्न उपायों के अपनाये जाने से परिवार नियोजन में आई जागरूकता के बारे में भी बताया जो की अच्छे संकेत हैं। वहीं पत्रकार द्वारा पूछे गए प्रश्न में, क्या जिले में कोई केंद्र है जहाँ परिवार नियोजन की सलाह उपलब्ध है?

हो रही है प्रतिदिन मोनिटरिंग :
आगे मिशन परिवार विकास के बारे में बताते हुए सुधांशु नारायण लाल ने कहा कि परिवार नियोजन के लक्ष्यों की प्राप्ति हेतु सभी दस प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों और सदर अस्पताल में विशेष टीम द्वारा प्रतिदिन कार्यों को निष्पादित किया जा रहा है जिसकी माॅनिटरिंग सिविल सर्जन की अध्यक्षता में दैनिक तौर पर किया जाता है।
इसी क्रम में बताया कि परिवार नियोजन के मूल अवधारणा को लागू करने के लिए विभाग द्वारा राष्ट्रीय किशोर स्वास्थ्य कार्यक्रम वर्ष 2014 से ही चलाया जा रहा है और सभी प्रखंड में युवा क्लिनिक की शुरुआत हुई है, जहाँ किशोर एवं किशोरियों कोर नियोजित परिवार के महत्व और उसकी शुरुआत स्वयं से के सिद्धांत पर परामर्श और संदर्भण सेवा को अंजाम दिया जा रहा है।
जिला एपिडीओमोलोजिस्ट, शमीम अख्तर ने परिवार नियोजन में पुरुषों की भागीदारी को बढाने के बारे में चर्चा किया और छोटे-छोटे समूहों या वन टू वन में बातें करने की पहल पर आगे आने के लिए मीडिया जनों से सहयोग की अपेक्षा की।
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