"चुनाव तैयारियों का पहला पड़ाव : जमुई में ईवीएम-वीवीपैट की जांच शुरू" 29 जून तक चलेगा कार्य
🔻"FLC प्रक्रिया में 7331 मशीनों की होगी तकनीकी पड़ताल, राजनीतिक दलों की निगरानी में।"
🔻"EVM और VVPAT की पहली जांच शुरू, जमुई बना पारदर्शिता का उदाहरण।"
सिटी ब्यूरो रिपोर्ट : राजीव रंजन/राकेश कुमार
जमुई : जमुई जिले में आगामी बिहार विधानसभा आम निर्वाचन 2025 को लेकर ईवीएम और वीवीपैट मशीनों की प्रथम स्तरीय जांच – एफएलसी – बुधवार से प्रारंभ हो चुकी है। यह प्रक्रिया 29 जून तक चलेगी।
एफएलसी का कार्य सोनपे स्थित ईवीएम वेयरहाउस में भारत निर्वाचन आयोग द्वारा नियुक्त ईसीआईएल कंपनी की निगरानी में किया जा रहा है। इस कार्य में कुल 13 तकनीकी अभियंता लगाए गए हैं, और 18 जून को 6 और अभियंताओं की प्रतिनियुक्ति की जाएगी। जांच प्रतिदिन सुबह 9 बजे से शाम 7 बजे तक अवकाश के दिनों में भी जारी रहेगी।जिला निर्वाचन पदाधिकारी सह डीएम श्री नवीन ने जानकारी दी कि इस दौरान कुल 2690 बैलट यूनिट, 2331 कंट्रोल यूनिट और 2310 वीवीपैट मशीनों की तकनीकी जांच की जाएगी। मॉक पोल, बटन जांच, और पुराने डाटा व चिन्हों को हटाने जैसी प्रक्रियाएं इसमें शामिल हैं।
1 प्रतिशत मशीनों पर 1200, 2 प्रतिशत पर 1000 और अन्य 2 प्रतिशत मशीनों पर 500-500 वोट डालकर परिणामों का वीवीपैट पर्चियों से मिलान किया जा रहा है। जांच में प्रयुक्त वीवीपैट पर्चियों को प्रतिदिन पेपर श्रेडिंग मशीन से नष्ट किया जाता है।
राजनीतिक दलों के प्रतिनिधियों को जांच की सूचना दी गई है और वे प्रक्रिया में भाग ले रहे हैं। सीलिंग प्रक्रिया, सीसीटीवी निगरानी और लाइव वेबकास्टिंग के माध्यम से पारदर्शिता सुनिश्चित की जा रही है।
एफएलसी कार्य की निगरानी के लिए डीडीसी सुभाष चंद्र मंडल को पर्यवेक्षक और डीपीआरओ वीरेंद्र कुमार को नोडल अधिकारी बनाया गया है। इस अवसर पर जिला उप निर्वाचन पदाधिकारी मो. नजरूल हक, जदयू जिलाध्यक्ष शैलेन्द्र महतों, राजद जिलाध्यक्ष त्रिवेणी यादव, राष्ट्रीय लोक जनशक्ति पार्टी के जिलाध्यक्ष रामाधीन पासवान सहित विभिन्न राजनीतिक दलों के जिलाध्यक्ष उपस्थित थे।
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