🔹सभी बैनर और स्टिकर वापस करने के निर्देश, अन्यथा होगी कानूनी कार्रवाई।
सिटी ब्यूरो रिपोर्ट : राजीव रंजन/राकेश कुमार
जमुई : डिफेंडर्स ऑफ इंटरनेशनल ह्यूमन राइट्स काउंसिल ने सोनो स्थित प्राइवेट क्लिनिक संचालक डॉ. एम. एस. परवाज की संगठन सदस्यता को 6 जनवरी 2025 से आजीवन रद्द कर दिया। इस संबंध में संगठन के बिहार अध्यक्ष ने पत्र जारी करते हुए कहा कि डॉ. परवाज के खिलाफ अवैध लेन-देन, अपराध में संलिप्तता और कर्तव्य निष्ठा की अवहेलना के गंभीर आरोप लगे हैं।
जारी पत्र के मुख्य बिंदु:
1. नियमों के विपरीत कार्य:
डॉ. परवाज पर आरोप है कि उन्होंने संगठन में रहते हुए पद के अनुकूल कार्य नहीं किया और पीड़ितों व सदस्यों की शिकायतों पर कोई कार्रवाई नहीं की।
2. अवैध गतिविधियों में संलिप्तता:
डॉ. परवाज पर सोशल मीडिया में अवैध लेन-देन और अन्य आपराधिक गतिविधियों से जुड़े होने के आरोप हैं।
3. वृद्धाश्रम घोटाला:
एक वर्ष पूर्व बेलंबा पंचायत के सिधेश्वरी गांव में गरीबों की सहायता के लिए खोले गए वृद्धाश्रम में नौकरी और शिक्षा दिलाने के नाम पर दो लाख से अधिक की राशि उगाही कर वृद्धाश्रम बंद करने का भी आरोप है।
4. चेतावनी और कानूनी कार्रवाई:
काउंसिल के चेयरमैन डॉ. डी. के. साव ने निर्देश दिया है कि डॉ. परवाज तत्काल प्रभाव से संगठन के आईडी कार्ड, बैनर, स्टिकर, वाहन बोर्ड, और अन्य पहचान संबंधित सामग्री वापस करें। इनका दुरुपयोग पाए जाने पर संगठन उनके खिलाफ कड़ी कानूनी कार्रवाई करेगा।
संगठन का सख्त रुख:
संगठन ने कहा कि डॉ. परवाज ने मानवाधिकार जागरूकता के लिए अपने कर्तव्यों की अनदेखी की है और उनके आचरण से संगठन की छवि को नुकसान पहुंचा है।
संपर्क और निर्देश:
डिफेंडर्स ऑफ इंटरनेशनल ह्यूमन राइट्स काउंसिल ने सभी संबंधितों से इस कार्रवाई को समर्थन देने और भविष्य में संगठन की गरिमा बनाए रखने की अपील की है।
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